विजय आनंद बोले बने अंडरपास, मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के महामंत्री विजय आनंद अग्रवाल का कहना है कि फुटवाल चौराहा रैपिड स्टेशन से वाया शहर घंटाघर शहर सराफा आने वाले कारोबारियों के लिए एक अंडरपास अवश्य बनाया जाना चाहिए। इसके लिए विजय आनंद अग्रवाल ने मेडा वीसी डा. अभिषक पांड व राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी काे पत्र भी लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा है कि मेरठ महानगर के अंतर्गत प्राचीन निर्मित शहर यानी घंटाघर से अंदर का क्षेत्र अति व्यस्ततम और ट्रैफिक जाम वाला क्षेत्र है। साथ ही साथ यह बताना भी आवश्यक है कि, इसी क्षेत्र में समस्त व्यावसायिक गतिविधियां थोक एवं फुटकर प्राचीन काल से ही संचालित होती आ रही है। आने वाले समय में मेरठ में मेट्रो ट्रेन/रैपिड ट्रेन आ रही है जिससे कि, इन थोक मंडियों एवं फुटकर बाजारों में बाहर से आने वाले व्यापारियों एवं ग्राहकों की गुणात्मक वृद्धि होगी। रैपिड ट्रेन/मेट्रो ट्रेन से उतरने के पश्चात व्यापारी ग्राहक ई रिक्शा या अन्य किसी साधन से बाजार में आना पसंद करेंगे। ऐसे में यह बाजार भविष्य में और ज्यादा ट्रैफिक लोड के कारण जाम की स्थिति में आ जाएंगे। इस कारण से यहां के थोक एवं फुटकर व्यापारियों का व्यापार सीधे-सीधे प्रभावित होगा।
राज्यसभा सदस्य डा. वाजपेयी को लिखे पत्र में विजय आनंद अग्रवाल ने कहा है कि मेरठ में भारत की प्रथम रैपिड रेल की सेवाएं शीघ्र प्रारंभ होने जा रही हैं। मेरठ जो कि स्वर्ण नगरी के नाम से संपूर्ण एशिया में प्रसिद्ध है, यहां की हस्त निर्मित ज्वेलरी न केवल देश में अपितु विदेशो में भी बड़ी मात्रा में निर्यात होती है। परंतु यह एक्सपोर्ट दिल्ली के माध्यम से अधिकतर हो रहा है। परंतु फिर भी मेरठ सर्राफा बाजार में मेरठ के चारों ओर के 250- 300 किलोमीटर का व्यापारी ज्वेलेरी खरीद के लिए यहां पर आता है क्योंकि मेरठ स्वर्णाभूषणों की मैन्युफैक्चरिंग की और थोक व्यवसाय की बहुत बड़ी मंडी है। हमारा यह आकलन है कि मेट्रो के शुरू होने से दिल्ली के माध्यम से एवं दिल्ली से भी व्यापारियों का आगमन बड़ी मात्रा मेरठ में होगा। चूंकि एयरपोर्ट से व्यापारी दिल्ली उतरेगा।
अतः आपसे निवेदन है कि, फुटबॉल चौक दिल्ली रोड़ के मेट्रो के स्टेशन से एक अंडरपास (पैदल रास्ता) हमारे घंटाघर क्षेत्र में या सर्राफा बाजार के नजदीक अनाज मंडी के पास में कहीं निकालना अति आवश्यक है। आपके प्रयासों से ही यह संभव हो सकेगा। अतः हमारे निवेदन को ध्यान में रखते हुए आप अपने स्तर से इस संबंध में संबंधित विभागों को सूचित कर इस कार्य को कराने की कृपा करें। भविष्य में व्यापार के क्षेत्र में यह अंडरपास मील का पत्थर साबित होगा।