सरकार गूंगी बहरी बनी हुई है। उसको ना तो किसानों की आवाज सुनाई देती है ना ही किसानों की परेशानी को लेकर सरकार कुछ बोलना चाहती है। सरकार को परेशान हाल किसान भी नजर नहीं आ रहे
मेरठ। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक सत्ता के कानों तक किसानों की आवाज नहीं पहुंचेगी तब तक किसान की मुश्किलें कम नहीं होने वाली हैं। सरकार गूंगी बहरी बनी हुई है। उसको ना तो किसानों की आवाज सुनाई देती है ना ही किसानों की परेशानी को लेकर सरकार कुछ बोलना चाहती है। सरकार को परेशान हाल किसान भी नजर नहीं आ रहे है। रविवार को राकेश टिकैत ग्राम संवाद के तहत मवाना तहसील के बढ़ला, नारंगपुर और मटौरा गांवों का दौरा किया। साथ ही श्री नीलकंठ गुरु दरबार में आयोजित कार्यक्रम में भी शामिल हुए।
उन्होंने किसानों की कई समस्याएं सुनीं। इनमें आवारा पशुओं की समस्या प्रमुख है। गन्ना मिलों द्वारा कम पर्चियां जारी करने से किसानों की फसल खेतों में खड़ी है। लेखपालों की मनमानी और अनियमित बिजली आपूर्ति भी बड़ी समस्या है। किसान नेता ने कहा कि खेती को जानबूझकर घाटे का सौदा बताया जा रहा है। यह युवा पीढ़ी को खेती से दूर करने की साजिश है। उन्होंने किसानों को नशे और कोल्ड ड्रिंक से दूर रहने की सलाह दी। किसानों को खुद खेती करने और खर्च कम करने का सुझाव दिया
भाकियू के जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी को ग्राम संवाद अभियान को तेज करने के निर्देश दिए गए। टिकैत ने कहा कि जब तक किसानों की आवाज सत्ता के गलियारों तक नहीं पहुंचेगी, तब तक न्याय अधूरा रहेगा। भाकियू का संकल्प है कि हर किसान की बात को मजबूती से उठाया जाएगा।
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एक तरफ लाडी डंडे दूसरी ओर पिस्टल
एक तरफ लाडी डंडे दूसरी ओर पिस्टल