मेरठ के सरूरपुर इलाके में स्थित कस्तूबा गांधी छात्रावास की तीन युवतियों के साथ ऐसा क्या हुआ जो मेरठ के डीएम व एसएसपी के अलावा सीडीओ समेत तमाम अफसरों व भारी पुलिस फोर्स को लेट नाइट मौके पर पहुंचना पड़ गया। लेट नाइट दौडे सारे अफसर दरअसल हुआ यह है कि इस छात्रावास की तीन युवतियां संदिग्ध हालात में अचानक गायब हो गयी। दिन भर यह खबर कुछ अफसरों ने दबाए रखी। यहां तक कि जिला चलाने वाले अफसरों को भी छात्रावास की तीन लड़कियों के गायब होने की भनक नहीं लगाने दी गयी। लेकिन जब तक जानकारी हुई तब तक काफी देर हो चुकी थी।
MEERUT/ गुरूवार की रात को मेरठ के जिला प्रशासन के सारी अफसर जिनमें डीएम डा. वीके सिंह, एसएसपी डा. विपिन ताडा, सीडीओ नुपूर गोयल, एडीएम सिटी ब्रिजेश कुमार सिंह, एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा सरीखे तमाम अफसर सरूरपुर पहुंच गए। दरअसल यहां से तीन लड़कियां गायब हो गयीं। सरूरपुर ब्लाक के गांव भूनी के कस्तूरबा विद्यालय से लापता हुई तीन छात्राओं के प्रकरण में जिलाधिकारी डॉ वीके ने जांच कमेटी बना दी हैं। वहीं इस पूरे मामले में जांच के बाद सीडीओ को रिपोर्ट देने के लिए कहा हैं।
जांच रिपोर्ट तैयार
सीडीओ ने लगभग अपनी जांच रिपोर्ट तैयार कर दी हैं। दो बजे डीएम को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। जांच कमेटी में शामिल मुख्य विकास अधिकारी नूपुर गोयल, एडीएम बलराम सिंह ने रिपोर्ट तैयार की हैं। सीडीओ ने बताया कि जांच में सामने आया हैं कि घटना लगभग डेढ़ बजे की हैं। वार्डन रीना को सबसे पहले घटना का पता चला। वार्डन ने किसी को घटना नहीं बताई। करीब तीन बजे जिला समन्वय बालिका नेमपाल को घटना के बारे में बताया। उन्होंने भी कुछ देर तक घटना को दबाए रखा और बीएसए आशा चौधरी को छह बजकर 30 मिनट पर घटना के बारे में बताया गया। बीएसए ने भी बड़ी गलती करते हुए देर रात नौ बजकर 40 मिनट पर सीडीओ को घटना की जानकारी दी। जिसके तुरंत बाद सीडीओ ने डीएम को बताया। इसके बाद सभी अधिकारी मौके पर पहुंचे।सवाल यह उठ रहा हैं कि आखिर इन सभी अधिकारियों ने घटना को क्यों दबाए रखा। रिपोर्ट में बीएसए, जिला समन्वय बालिका नेमपाल सिंह, वार्डन को सवालों के घेरे में खड़ा किया गया हैं। उधर डीएम का कहना हैं कि इस मामले में सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीडीओ नूपुर गोयल ने बताया कि एक सीसीटीवी कैमरे में दो लड़कियां आराम से बाहर जाते हुए दिख रही हैं। उनके साथ कोई युवक नहीं दिख रहा है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को अपने कब्जे में ले लिया हैं। जिसकी जांच की जा रही हैं। जनपद के पांच कस्तूरबा विद्यालय हैं। जिसमे मवाना, खरखोदा, सरूरपुर, सादर, परीक्षितगढ़ शामिल हैं। इन सभी में निरीक्षण के लिए जिला कृषि अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, डीपीआरओ की टीम बनाकर भेजा गया हैं।
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