पंचों ने क्यों किया अनिल बंटी से किनारा,
मेरठ के सदर दुगार्बाड़ी स्थित करीब चार सौ साल पुराने श्री 1008 पारसनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर में बीस अक्तूबर को होने वाली सभा से पहले पंचों में शामिल विनोद बुरा वालों ने एक अन्य पंच अनिल जैन बंटी के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। इसके अलावा कुछ और भी मुश्किलें मुंह बाए खड़ी बतायी जा रही हैं। दरअसल में अनिल बंटी ने 20 अक्तूबर दिन सोमवार को मंदिर जी में सभा बुलाए जाने का संदेश वाट्सअप ग्रुप पर भेजा था और सभी से आग्रह किया गया था कि इस संदेश को सदर जैन समाज के अधिक से अधिक लोगों ने तक पहुंचा दिया जाए। बुधवार की सुबह तक इस संदेश को लेकर जो गर्मी नजर आ रही थी उस पर पंचों में शामिल विनोद बुरा ने शाम होते होते पानी फेर दिया। चार लाइन के अपने वाट्सअप संदेश में विनोद बोरा ने सारा जोश ठंड़ा कर दिया। उन्होंने बेहद गंभीर टिप्पणी कर डाली…उन्होेंने लिखा है कि मंदिर जी में आम सभा की बात तो ठीक है, लेकिन उसके अलावा जो कुछ लिखा है वो अनिल बंटी ने स्वंय लिखा है बाकि पंचों से इसका कुछ भी लेना देना नहीं। विनोद बुरा के इस संदेश के बाद जो संदेश सदर जैन समाज में जा रहा है उससे तो अभी यही नजर आता है कि अनिल बंटी अकेले खडेÞ रह गए हैं। बाकि पंचों ने उनसे किनारा कर लिया है। यदि ऐसा हुआ तो पहला सवाल तो यही कि जो आम सभा मंदिर जी में बुलायी गयी है वो होगी भी या नहीं। यदि हो भी गई तो उसके क्या निहितार्थ निकलेंगे। क्या यह सवाल नहीं उठेगा कि जब पंचों में ही आपस में लाइन खींच दी गयी है तो जिस समाज को बुलाए जाने की बात कही जा रही है उस समाज को क्या संदेश देना चाहते हैं। जिस तेजी से घटनाक्रम बदल रहा है उससे लगता है कि मामलों को मैनेज करने और पर्दा डालने के अलावा कुछ नहीं हो रहा है। समाज तो केवल और केवल डिप्टी रजिस्ट्रार की मार्फत मंदिर के चुनाव चाहता है। बड़ा सवाल यही है कि मंदिर की धन संपदा को लेकर जो सवाल उठा रहे हैं उनका जवाब प्रशासन या डिप्टी रजिस्ट्रार की मार्फत पाने के लिए क्या सदर जैन समाज चुनाव कराने की हिम्मत जुटा पाएगा। क्योंकि इस संवाददाता से बातचीत में पंचों में शामिल अनिल बंटी कह चुके हैं कि वो चुनाव कराने नहीं आए हैं।