मेरठ। शहर के रेलवे रोड स्थित जैन बोर्डिंग हाउस की यदि डिप्टी रजिस्ट्रार जांच करा रहे हैं तो इसमें किसी को क्या दिक्कत हो सकती है। इस जांच को लेकर हंगामा है क्यों बरपा। जांच तो केवल खातों व फाइलों की होनी है किसी व्यक्तिग की जांच तो हो नहीं रही जो डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय पर चढाई कर दी।

डिप्टी रजिस्ट्रार जितेन्द्र कुमार वर्मा ने 25 अप्रैल को संजय जैन धम्मो जी की आजीवन सदस्यता बहाल करते हुए संस्था की जांच के आदेश दिए हैं। आरोप है कि जांच में अडंगा डाला जा रहा है जिसे जैन समाज गलत मानता है।
फिर जैन समाज को यह जानने का हक है कि यदि कुछ गलत हुआ है तो समाज के सामने आना चाहिए। यदि कुछ भी गलत नहीं किया है तो जांच में क्लीनचिट मिल ही जाएगी। वैसे भी जांच का विरोध करने से या उसमें अड़गा डालने अथवा अन्य किसी प्रकार से सवाल खडे करने और प्रभावित करने के लिए अफसरों पर प्रभाव दिखाने से समाज में कोई बहुत अच्छा संदेश नहीं जा रहा है। इसलिए बेहतर तो यही होगा कि जांच हो जाने दी जाए और यह भी ध्यान रखा जाए कि जांच किसी भी प्रकार से प्रभावित ना हो और यदि किसी अपने की गर्दन फंस भी जाए तो बाद में देखा जाएगा कि उसको कैसे बचाना है, जांच को कैसे घुमाना है। याद रहे कि डिप्टी रजिस्ट्रार जितेन्द्र कुमार वर्मा ने 25 अप्रैल को संजय जैन धम्मो जी की आजीवन सदस्यता बहाल करते हुए संस्था की जांच के आदेश दिए हैं। आरोप है कि जांच में अडंगा डाला जा रहा है जिसे जैन समाज गलत मानता है।
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