जीएसटी अफसरों के खिलाफ सीएम से मिलेंगे,
मेरठ। जीएसटी अफसरों पर जानबूझ कर परेशान व झूठे मुकदमें लिखाने के आरोप में अक्षय जैन अरिहंत ने बुधवार को अपने आवास मवाना रोड मीनाक्षीपुरम से कमिशनरी चौराहे तक नंगे पांव परिजनों के साथ पैदल यात्रा की और वहां से लखनऊ के लिए रवाना हुए। इस मौके पर पीड़ित लोहा व्यापारी अक्षय जैन अरिहंत के साथ उनके परिवार से पिता राजीव जैन, पत्नि कृतिका जैन व पुत्र अदमय जैन आर्यश जैन , विश्व श्रमण संस्कृति श्रीसंघ के राष्ट्रीय महामंत्री सुदीप जैन, श्रीसंघ के जिला अध्यक्ष ऋषभ जैन,सचिन चोपड़ा, निपुण अग्रवाल व अन्य भी मौजूद थे। सुदीप जैन ने बताया कि सोमवार को गाजियाबाद के विभिन्न व्यापारिक संगठन के गणमान्य प्रतिनिधियों ने लोहा व्यापार मंडल गाजियाबाद के अध्यक्ष अतुल कुमार जैन के नेतृत्व में एडिशनल कमिश्नर ग्रेड 1 श्री दिनेश कुमार मिश्रा को ज्ञापन सौंपा था। जिसमें 24 घंटे के अंदर अक्षय जैन अरिहंत के खिलाफ दर्ज मुकदमे को वापिस लेने और जीएसटी अधिकारी अंतरिक्ष श्रीवास्तव व दुर्गेश त्रिपाठी के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की थी। परंतु अभी तक आरोपी जीएसटी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गयी। इसके बाद सीएम योगी के दरबार में गुहार लगाने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा था। और बुधवार को किया भी वही। अक्षय ने कहा कि वह पूरे मामले को मुख्यमंत्री को बता कर न्याय की गुहार लगायेंगें और दोषी अधिकारी अंतरिक्ष श्रीवास्तव व दुर्गेश त्रिपाठी को बर्खाश्त कर सख्त कार्यवाही की मांग करेंगें ताकि भविष्य में कोई भी अधिकारी किसी व्यापारी का उत्पीड़न करने का विचार भी मन में न ला सके। अक्षय ने कहा कि वो मुख्यमंत्री से गुहार लगायेंगें कि भविष्य में कोई भी विभाग उनके खिलाफ छोटी त्रुटियां निकालकर बदले की कार्यवाही न करे क्योंकि रस्सी का सांप बनाना अधिकारियों को भली भांति आता है। विश्व श्रमण संस्कृति श्रीसंघ के राष्ट्रीय महामंत्री सुदीप जैन ने बताया की उत्पीड़न के बाद पीड़ित व्यापारी पर ही मुकदमा दर्ज कराना फिरंगी मानसिकता को दर्शता है जो विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में बिल्कुल स्वीकार्य नहीं होगा। पीड़ित अक्षय जैन अरिहंत के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना मौलिक अधिकारों का हनन है जिसमें अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले को दमन कारी नीति से दबाया जा रहा है।