
मेरठ/ इंचौली के लावड़ में महिलाओं की लाठियों से पिटाई मामले में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव द्वारा पुलिस की बर्बरता का वीडियो वायरल किए जाने तथा शनिवार को विपक्षी दलों के प्रदर्शन के बाद पुलिस बैकफुट पर आ गयी। पुलिस की पिटाई से घायल महिलाओं की एससएसपी ने डाक्टरी कराए जाने के आदेश दिए हैं। अब तक इस मामले के पीड़ितों को कसूरवार ठहरा रही पुलिस के अफसरों ने शनिवार को माना कि हां मारपीट तो की गयी है और ज्यादा पीटा गया है। हालांकि अभी ऐसे कोई संकेत नहीं दिए गए हैं जिनमें कहा जा सके कि महिलाओं को पीटने वाले पुलिस वालों पर कोई कार्रवाई की जाएगी, जबकि सपा विधायक व उनके साथ पहुंचे बसपा व कांग्रेस के नेताओं ने दलित महिलाओं से मारपीट करने वाले पुलिस वालों पर कार्रवाई की मांग की है।
पिटाई मामले में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव द्वारा पुलिस की बर्बरता का वीडियो वायरल किए जाने तथा शनिवार को विपक्षी दलों के प्रदर्शन के बाद पुलिस बैकफुट पर
विधायक अतुल प्रधान समेत पूरा विपक्ष पीड़ितों के साथ पहुंचा पुलिस कार्यालय, मान-मुन्नवल में लगे रहे एसपी क्राइम
इससे पहले तमाम पुलिस अधिकारियों ने साफ कह दिया था कि पुलिस वालों से मारपीट करने वालों के साथ कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। साथ ही मारपीट मामले में आरोपी बताए जा रहे पुलिस वालों पर कार्रवाई से भी इंकार कर दिया था, लेकिन अब यह मामला पुलिस के गले की फांस बनता नजर आ रहा है। महिलाओं के पीटने का वीडियो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया। शनिवार को पुलिस कार्यालय पहुंचे विधायक अतुल प्रधान ने चेतावनी दी कि यदि पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो कस्बे में महापंचायत की जाएगी।
इंचौली थाना क्षेत्र के लावड़ कस्बे में तीन दिन पूर्व जमीन को लेकर दो भाई सुनील व सुशील में विवाद हो गया था। इसके बाद सुनील ने लावड़ चौकी पर तहरीर दी थी। सूचना पर दो दरोगा मौके पर पहुंचे थे। इसके बाद परिवार के लोगों की पुलिस से नोंकझोक हो गई थी। इस बीच परिवार ने दरोगा अमित कुमार के साथ मारपीट कर दी थी। दरोगा चोट लगने से घायल हो गया था। इसके बाद इंचौली थाने से पहुंचे पुलिस बल ने परिवार की महिलाओं पर लाठीचार्ज कर दिया था और तीन लोगों का शांतिभंग में चालान कर दिया था। इस दौरान किसी ने महिलाओं की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। विधायक ने उच्च अधिकारियों से दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग की। विधायक ने कहा कि अगर पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो सर्व समाज के साथ आमरण अनशन पर बैठेंगे। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
FIR के बाद किसी भी वक्त अरेस्टिंग
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