अफसरों पर भारी ठेकेदार, शामली नगर पालिका के ठेकेदार हुए मनमर्जी के मालिक प्रशासन का ना कोई डर है। हालत का अंदाजा इसी बात से लाया जा सकता है कि ठेकेदार अफसरों पर भारी साबित हाे रहे हैं। शोभित वालिया की रिपोट
ठेकेदार की कारगुजारी का खामियाजा वार्ड चौबीस के बाशिंदों को भुगतना पड़ रहा है। नगर पालिका परिषद के वार्ड नंबर 24 जाट कालोनी में ठेकेदार जितेंद्र और सन्नी और नगरपालिका अधिकारियों की मिली भगत से कॉलोनीवाशी धूल और गंदगी और बीमारी से जूझ रहे ओर घर में घुट घुट कर जीने को विवश है। कोरोना जैसे महामारी में भी पिछले 1 महीने से वार्ड 24 की खंडांचा भी उखाड़कर ले गए ठेकेदार, बस कुछ मिट्टी डालकर 20 दिनों से फरार है, ना उठाते है किसी का भी फोन, आचार संहिता से पहले के हुए टेंडर का नहीं हो रहा कार्य,सड़क का टेंडर पास हुए 5 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है। टेंडर की कार्य करने की अवधि से ज्यादा समय हो गया है और नही हुआ कोई भी कार्य। मंहगाई का बनाते हैं बहाना पूरी सड़क पर पानी, गंदगी गड्ढे होने से बच्चे बुजुर्ग हुए घरों में कैद। और रोज मरा बीमारी से जूझ रहे स्कूल वैन तक नही आती अब कॉलोनी में।
जहरीले मच्छर भरे हुए पानी में पनप रहे है।अगर जल्दी ही नगरपालिका अधिशासी अधिकारी और चेयरमैन अध्यक्ष ने कोई कदम नही उठाया गया तो कॉलोनीवासि जिलाधिकारी महोदया और मुख्यमंत्री को देगी ज्ञापन, नगर पालिका के ठेकेदारों के विरुद्ध प्रदर्शन क्योंकि कॉलोनी में ज्यादातर पुरुष करते है बाहर सरकारी और प्राइवेट नौकरी। वहीं दूसरी ओर इस ठेकेदार की मनमानी के खिलाफ कालोनी के कुछ लोगों ने प्रदेश के नगर विकास मंत्री एके शर्मा को भी टविट किया है। ऐसे ठेकेदारों को नगर पालिका में ब्लैक लिस्ट किए जाने तथा उनकी जमानत राशि जब्त किए जाने का भी आग्रह किया है। लोगों का कहना है कि सीएम योगी के स्वच्छ प्रशासन देने के प्रयासों पर इसी प्रकार के ठेकेदार पलीता लगाने पर तुले हुए हैं।