दो प्रायोजित स्वर्ण पदक, 65 कुलपति स्वर्ण, पदक 190 विशिष्ट योग्यता प्रमाण पत्र शामिल है.250 से अधिक स्टूडेंट को मिलेंगे मेडल, सर्टिफिकेटचौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में वर्ष 2023 के लिए अतुल माहेश्वरी स्वर्ण पदक एमजेएमसी की टॉपर रुद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मवाना रोड की अमीषा पटेल को मिलेगा। अतुल माहेश्वरी अमर उजाला के नवोन्मेषक रहे हैं। प्रतिवर्ष इनके नाम पर टॉपर्स को ये स्वर्ण पदक दिया जाता है।इसके साथ एमकॉम की टॉपर रुद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रसूलाबाद नानपुर गाजियाबाद की मुस्कान को दिया जाएगा। मुरारी लाल माहेश्वरी अमर उजाला के संस्थापक रहे हैं। प्रतिवर्ष इनके नाम पर एमकॉम टॉपर्स को ये स्वर्ण पदक दिया जाता है। 18 अक्तूबर को होने वाले दीक्षांत समारोह में राज्यपाल-कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल उन्हें मेडल देंगीं।
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जिन मेधावी छात्र-छात्राओं को दीक्षांत समारोह में मेडल प्रदान किए जाएंगे. उसमें कुलाधिपति स्वर्ण पदक एमडीएस की छात्रा प्रियंका मिश्रा, पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर संकर दयाल शर्मा शर्मा गोल्ड मेडल एमकॉम की छात्रा आरजू को प्रदान किया जाएगा. चौधरी चरण सिंह स्मृति पुरस्कार बीएससी एग्रीकल्चर के स्टूडेंट हिमांशु सैनी एवं बीएससी एग्रीकल्चर के स्टूडेंट दीपक कुमार को प्रदान किया जाएगा. कुल पदक सर्टिफिकेट एवं प्रायोजित मॉडल की बात की जाए तो यह संख्या 250 से अधिक है. दो प्रायोजित स्वर्ण पदक, 65 कुलपति स्वर्ण, पदक 190 विशिष्ट योग्यता प्रमाण पत्र शामिल है.
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का 35 वां दीक्षांत समारोह 18 अक्टूबर को नेताजी सुभाष चंद्र सभागार में आयोजित किया जाएगा, जिसमें उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा मेधावी स्टूडेंट को मेडल और उपाधि प्रदान की जाएगी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पदम श्री वेद डॉक्टर राजेश कोटेचा सचिव आयुष मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली होंगे. विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जिन मेधावी छात्र-छात्राओं को दीक्षांत समारोह में मेडल प्रदान किए जाएंगे. उसमें कुलाधिपति स्वर्ण पदक एमडीएस की छात्रा प्रियंका मिश्रा, पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर संकर दयाल शर्मा शर्मा गोल्ड मेडल एमकॉम की छात्रा आरजू को प्रदान किया जाएगा.
हालांकि, चौधरी चरण सिंह स्मृति पुरस्कार बीएससी एग्रीकल्चर के स्टूडेंट हिमांशु सैनी और बीएससी एग्रीकल्चर के स्टूडेंट दीपक कुमार को प्रदान किया जाएगा. कुल पदक सर्टिफिकेट एवं प्रायोजित मॉडल की बात की जाए तो यह संख्या 250 से अधिक है. दो प्रायोजित स्वर्ण पदक, 65 कुलपति स्वर्ण, पदक 190 विशिष्ट योग्यता प्रमाण पत्र शामिल है. इनमें 70% तक बेटियां शामिल है. जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है.चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का 35 वां दीक्षांत समारोह 18 अक्टूबर को नेताजी सुभाष चंद्र सभागार में आयोजित किया जाएगा, जिसमें उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा मेधावी स्टूडेंट को मेडल और उपाधि प्रदान की जाएगी.राज्यपाल ने कहा कि बेटियों को पहले पढ़ने के लिए कहा जाता था, आज बेटियां नाम रोशन कर रहीं हैं। भारत ने इस बार अधिक मेडल जीते हैं। इस बार 50% से अधिक बेटियों ने मेडल जीते हैं। हालांकि पुरुषों ने भी मेडल जीते हैं। चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी की वीसी संगीता शुक्ला के लिए कहा कि वह यूनिवर्सिटी में पहली बार महिला वीसी हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में नौ महिलाओं को मैंने वीसी बनाया। पहले पढ़ने के लिए नहीं बल्कि फर्जी डिग्री लेने के लिए जाते थे। आज जो पढ़ेगा वह आगे बढ़ेगा। देश के प्रधानमंत्री ने महिलाओं को आरक्षण दिया। जनता सब जानती है जनता ही आगे बढ़ाती है। कहा कि आज किसान मेले में देखा जा रहा है कि यूनिवर्सिटी कम कर रही है। प्रशासन द्वारा गांधी भवन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को किट भी राज्यपाल द्वारा दी गई। गवर्नर ने कहा कि मैं भी किसान की बेटी हूं। किसानी से ही आगे बढ़ी हूं। आज चंद्रयान पर महिला जा रही हैं। हर जगह लड़कियां आगे हैं। महिला और बच्चों को बढ़ावा देने का काम हमारा है। किसान आज अच्छा काम कर रहे हैं। भारत सरकार और राज्य सरकार किसानों के साथ है, सब लोग मेहनत कर रहे हैं।
कहा कि आज गुजरात में जाओ तो वहां सब सब्जी में लगे हुए हैं जबकि उत्तर पश्चिम में किसान गन्ने में लगे हुए हैं। कहा कि यूनिवर्सिटी काम कर रही है। महिला कृषि में आगे बढ़ रही है। 10 साल पहले कोई नहीं पढ़ता था लेकिन आज सब पढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमें अपनी सोच को बदलना होगा। गन्ने की वैरायटी की बात की जा रही है, हम वैरायटी बनाने के लिए प्रयास करने होंगे। कहा कि महिला खेतों में काम कर रही हैं। महिलाओं में गुजरात में खेती में खूब काम करती हैं। महिलाओं का विकास नहीं होगा तो देश का विकास नहीं होगा। सभी विभागों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ानी होगी।