मेडिकल के डाक्टरों ने किया कमाल, लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज मेरठ के सरदार बल्लभ भाई पटेल चिकित्सालय के डाक्टरों ने शानदार कारनामा कर दिखाया है। सरकारी चिकित्सा के क्षेत्र में उनकी तारीफ हो रही है। पहली बार हृदय में लेफ्ट बंडल ब्रांच पेसिंग तकनीक का प्रयोग कर मेडिकल कॉलेज मेरठ के ह्रदयरोग विभाग के डॉक्टरों ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डा वी डी पाण्डेय ने बताया कि अत्याधुनिक पेसमेकर तकनीक का इस्तेमाल करके मेडिकल कालेज मेरठ के हृदयरोग विभाग के डॉक्टरों ने बचाई मरीज की जान। मेरठ निवासी 75 वर्षीय तारा चंद जी दिल की गंभीर बीमारी से ग्रस्त थे जिसमे उनकी दिल की गति अत्यधिक कम होने के कारण बार बार बेहोशी और चक्कर आकर गिरने की स्थिति उत्पन्न होती थी। शनिवार रात मेडिकल कॉलेज इमरजेंसी में चेकअप के दौरान उनकी हृदयगति मात्र 30 थी। रात्रि में ही टेंपररी पेसमेकर के माध्यम से दिल की गति को बढ़ाया गया और परमानेंट पेसमेकर प्रत्यारोपित किया गया। ह्रदयरोग विभाग के सहायक आचार्य डा० शशांक पाण्डेय ने बताया कि यह पेसमेकर लेफ्ट बंडल ब्रांच में प्रत्यारोपित किया गया जो की अत्याधुनिक और बहुत जटिल तकनीक है। इस तकनीक का इस्तेमाल अभी तक दिल्ली के कुछ गिने चुने बड़े सरकारी एवम गैर सरकारी अस्पतालों में ही हुआ है। मेरठ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में यह पहली बार हुआ है l लेफ्ट बंडल ब्रांच पेसिंग तकनीक हृदय की प्राकृतिक विद्युत प्रणाली है और सामान्य पेसमेकर के हृदय पर दुष्प्रभावों को दूर करती है। प्रधानाचार्य डा आर सी गुप्ता ने कहा कि मेडिकल कालेज का हृदयरोग विभाग नित नए ऑपरेशन कर आम जनमानस को अत्याधुनिक चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध करा रहा है। आज जो बीना चीरा लगाये लेफ्ट बंडल ब्रांच पेसिंग तकनीक का प्रयोग कर ऑपरेशन किया गया है उसका खर्च निजी अस्पताल के खर्च की तुलना में लगभग एक तिहाई है। निकट भविष्य में और भी कई नये सुपरस्पेशलिटी के विभाग संचालित किए जायेंगे जिनसे बहुतायत में जनता स्वास्थ लाभ प्राप्त कर सकेगी। मैं डा शशांक पाण्डेय, डा सी बी पाण्डेय, उनकी पार्टी टीम एवम हृदय रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ धीरज सोनी को इस उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।