कैंसर पर गोष्ठी का आयोजन, वरिष्ठ कैंसर विशेषज्ञ डॉ अभिषेक यादव ने मेरठ में बताया कि कैंसर को लेकर लोगों में विभिन्न प्रकार की भ्रांतियां हैं जैसे कैंसर ठीक नहीं हो सकता, कैंसर का बहुत दर्दनाक उपचार होता है, कैंसर बायोप्सी करने से बढ़ता है आदि आदि, जबकि ऐसा कुछ नहीं है। आज हर प्रकार के कैंसर का इलाज संभव है, कैंसर का इलाज बहुत ही सरल है जिसमें मरीज को किसी प्रकार का दर्द अथवा उल्टी जैसी शिकायत नहीं आती। कैंसर का उपचार बायोप्सी करने के उपरांत ही किया जा सकता है बायोप्सी करने से कैंसर नहीं फैलता है। लगभग 20% युवा तथा अधिकांश 80% 60 साल की उम्र से ऊपर कैंसर लोगों में पाया जाता है। शरीर के अंदर मौजूद डीएनए समय के साथ डैमेज हो जाता है जिस कारण कैंसर होता है। शरीर के अंदर अपने को स्वतः ठीक करने के लिए ग्रोथ प्रमोशन सेल्स होती है जिनके जरिए शरीर की अधिकांश समस्याएं स्वता ही ठीक हो जाती हैं। महिलाओं को कैंसर को लेकर विशेष जागरूकता रखने की आवश्यकता है, प्रत्येक महिला को 40 साल की उम्र के पश्चात सरविक्स कैंसर की जांच के लिए पैप स्मीयर टेस्ट तथा ब्रेस्ट कैंसर के लिए मैमोग्राफी हर साल करानी चाहिए। पुरुषों को 40 वर्ष की उम्र के उपरांत प्रत्येक वर्ष सीटी स्कैन करा कर डॉक्टर से सलाह लेने को कहा। कैंसर के मरीजों का अधिकांश रूप से स्वास्थ्य ठीक नहीं होता है उसी के अनुरूप दवाइयों का आविष्कार किया गया है तथा कैंसर का उपचार 90 वर्ष तथा उससे अधिक की आयु पर भी संभव है कैंसर का उपचार जिंदगी को बढ़ाने के लिए तथा उसकी जिंदगी की गुणवत्ता को अच्छा करने के उद्देश्य से किया जाता है। कैंसर के उपचार के दौरान ठीक से भूख लगे इसका विशेष ध्यान रखा जाता है। मुंह में होने वाले कैंसर की पहचान मुंह के अंदर बना छाला जो बढ़ता जा रहा है या गांठ जिसमें दर्द ना हो और वह 15 दिन से अधिक तक बनी रहे तब डॉक्टर की सलाह लेनी आवश्यक है। डॉ यादव ने लोगों को रिफाइंड, फ्रोजन फूड, प्लास्टिक के डिब्बों में खाना गर्म करना तथा एलमुनियम के बर्तन में खाना पकाने को मना किया। खाने में सरसों का तेल, ऑलिव ऑयल तथा देसी घी का इस्तेमाल करना चाहिए । खाने में अपने न्यूट्रिशन का विशेष रूप से ध्यान रखें हेल्थ एंड फिटनेस सोसायटी के अध्यक्ष विपुल सिंहल ने कैंसर के मरीजों को जिन की खुराक कम हो जाती है अथवा मुंह से खाने में दिक्कत आती है उनके खाने के लिए क्या दिया जा सकता है जिस पर डॉ यादव ने कहा कि ऐसे मरीजों को न्यूट्रिशन जो दूध में घोलकर दिए जाते हैं अथवा पानी में घोल कर दिए जाते हैं उन्हें देने से उनकी खुराक पूरी की जा सकती है । खाने में सफेद नमक की जगह हिमालयन गुलाबी नमक लेने की सलाह दी। इस मौके पर हेल्थ एंड फिटनेस सोसाइटी के संरक्षक अशोक अग्रवाल, अध्यक्ष विपुल सिंघल, क्लब 60 से हरि विश्नोई, पार्षद प्रवीण अरोड़ा, नरेंद्र राष्ट्रवादी, नवीन अग्रवाल, भूपेंद्र बत्रा, जेपी हांडा, अनुराग गोयल ,के एम शर्मा, मृदुला विश्नोई ,रंजना अग्रवाल, नवीन चंद, अशोक रस्तोगी, अनिल विश्नोई, प्रिय दत्त शर्मा आदि मौजूद रहे।