फरिश्ते से कम नहीं पायल, मेरठ के रेलवे रोड निवासी रोटरी क्लब स्वाभिमान की पायल जैन की तुलना फरिश्तों से की जा रही है। ऐसे फरिश्ते जब कोई मदद न करे तो वो आसमान से ऊतर आते हैंं। ऐसा ही कुछ रोटरी क्लब की पायल कर रही हैं। उन्होंने बताया कि अगस्त की 28 तारीख दिन सावन का आखिरी सोमवार बहुत सारी पूजा और बहुत सारी पाठ लेकिन अचानक एक फोन आया एक माताजी अपने घर में मृत पड़ी हुई है उनका दाह संस्कार करने वाला कोई नहीं है पहली बार ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा मैं एक महिला हूं और शमशान में जाना वर्जित है लेकिन अंदर से एक आवाज आई कि mana तुझे चुनl है और संस्कार के बारे में कोई जानकारी नहीं कई संस्थाओं को फोन किया लेकिन सब ने मना कर दिया बहुत हिम्मत करके इन माता जी के दाह संस्कार में अपना योगदान जरूर दिया और जो बन पाया मैंने किया शायद कोई कर्जा था मेरे ऊपर जो उतर गया हिम्मत कभी नहीं हरनी चाहिए मुझे ऐसा लगा इस नेक आत्मा को भगवान अपने चरणों में स्थान दें और मुझे इतनी हिम्मत कि मैं अपने माध्यम से समाज को एक संदेश दे सकूं कर सकते हो तो जरूर करो किसी की मदद। इसके अलावा पायल जैन राहुल ने सोमवार को आज अपना घर आश्रम में प्रभु जनों के साथ राखी बांधकर रक्षा बंधन मनाया। उन्हें खुशियां दीं। आज चारों ओर पायल की मानवीय सेवाओं की चर्चा हो रही है। उनकी सेवाओं के सामने सारे अवार्ड छोटे नजर आते हैं।