शोभायात्रा में बबाल अतुल प्रधान व मुखिया समेत समेत सौ से ज्यादा हिरासत में-इलाका छावनी में तब्दील, चप्पे – चप्पे पर फोर्स तैनातद्व ड्रोन उडाकर की धरपकड़– मेरठ। मवाना में राजा मिहिर की जयंती पर निकाली जा रही शोभायात्रा ने बबाल करा दिया। पुलिस ने सपा विधायक अतुल प्रधान, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष कुलविंदर सिंह व मुखिया गुर्जर समेत सौ से ज्यादा को हिरासत में ले लिया। पुलिस कार्रवाई को लेकर सपाइयों का गुस्सा भाजपा विधायक व राज्यमंत्री दिनेश खटीक पर निकला। सपाइयों ने उनकी मुर्दाबाद के नारे लगाए। जमकमर हुए बबाल के बाद पुलिस ने हिरासत में लिए सपाइयों को बस में भरकर पुलिस लाइन भेज दिया। इस दौना चप्पे-चप्पे भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया। ड्राेन उड़ाकर शोभायात्रा निकाले जाने पर उतारू लोगों की पहचान का प्रयास किया गया। वहीं हंगामे की सूचना पर एसपी देहात कमलेश बहादुर व एसडीएम मवाना मौके पर पहुंच गए।
धारा 144 का हवाला अनुमति को ना
सोमवार दोपहर सम्राट मिहिर भोज की जयंती पर निकाली जा रही यात्रा में बवाल हो गया। राजपूत करणी सेना ने गुर्जर की इस यात्रा का विरोध किया। प्रशासन ने भी धारा-144 का हवाला देकर यात्रा की परमिशन नहीं दी थी। पुलिसकर्मियों ने इन्हें रोकने की कोशिश की, तो पहले कहासुनी हुई। फिर पुलिस और गुर्जर समाज के लोगों में जमकर धक्का-मुक्की हुई। विवाद बढ़ता देखकर कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई।
विधायक समेत सौ हिरासत में
इसके बाद पुलिस ने सरधना से सपा विधायक अतुल प्रधान, सपा नेता मुखिया गुर्जर, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष कुलविंदर,आकाश गुर्जर, सिंह समेत करीब सौ से ज्यादा को हिरसत में लेकर पुलिलस लाइन भेज दिया। दरअसल, आज सोमवार को गुर्जर प्रतिहार वंश के शासक सम्राट मिहिर भोज की जयंती है। इस मौके पर गुर्जर समाज के लोग यात्रा निकाल रहे थे।
मंदिर महादेव पर आमने सामने
महादेव मंदिर पर पहले से ही काफी संख्या में फोर्स तैनात थी। यहीं SP देहात, एसडीएम भी थे।
गुर्जर समाज के लोगों को शिव मंदिर से लगभग दो किमी दूर चौराहे पर सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति पर माल्यार्पण करने जाना था। इस दो किमी की दूरी को गुर्जर नेता पूरे शक्ति प्रदर्शन, यात्रा के रूप में तय करना चाहते थे। लेकिन पुलिस को आशंका थी कि यदि इसकी अनुमति दी तो यह शोभायात्रा शक्ति प्रदर्शन में तब्दील हो जाएगी। पुलिस, प्रशासन ने माल्यार्पण करने को कहा, लेकिन यात्रा की इजाजत नहीं दी। नेता अड़ गए कि हम पूरे जुलूस के रूप में ही सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति तक जाएंगे। बस फिर क्या था वहां हंगामा शुरू हो गया। धक्का मुक्की और नौबत हिरासत में लिए जाने तक जा पहुंची।
मामला कोर्ट में
श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का कहना है कि मामला कोर्ट में विचाराधीन है। रैली का आयोजन नहीं किया जाना चाहिए। यात्रा निकाली गई, तो विरोध किया जाएगा। इस संबंध में पहले ही डीएम को लेटर दिया जा चुका है। यात्रा से पहले ही प्रशासन ने 20 से ज्यादा लोगों को रेड कार्ड यानी चेतावनी जारी की थी। थाना प्रभारी मवाना ने बताया कि जुलूस यात्रा के लिए प्रशासन से अनुमति नहीं दी गई है। जिले में धारा-144 लागू है। इस तरह का आयोजन शासन से दिए गए निर्देशों का उल्लंघन है। राज्यमंत्री दिनेश खटीक का कहना है कि सोमवार को कोई यात्रा नहीं निकाली जाएगी। सभी लोग सीधे थाना तिराहे पर पहुंचकर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर लौट जाएंगे। SSP रोहित सिंह सजवाण का कहना है कि मूर्ति पर माल्यार्पण का आयोजन था। शोभायात्रा की अनुमति नहीं थी।