गाड़ी मांगने पर खड़ा हो गया तूफान,
भाजपा नेताओं ने की डीएम से वार्ता, आदेश वापस लेने का आग्रह
अफसरों के रवैये से सदर के व्यापारियों की चुनाव बहिष्कार की धमकी
भाजपा नेताओं के उड़े होश, नाराज व्यापारियों की मान मुन्नवल करने को जुटे
मेरठ हापुड़ लोकसभा के दूसरे चरण मेंं होने जा रहे चुनाव के लिए शहर के व्यापारियों से उनकी सेवन सीटर गाड़ियां मांगे जाने के प्रशासन के फरमान ने तूफान खड़ा कर दिया है। सदर इलाके के करीब दर्जन भर बड़े व्यापारियों को प्रशासन ने नोटिस देकर 16 अप्रैल तक गाड़ी प्रशासन के सुपुर्द करने के बाकायदा आदेश जारी किए हैं। इस आश्य का नोटिस मिलने पर तमाम व्यापारियों ने आस्तीनें चढ़ा ली हैं। केवल सदर के ही नहीं महानगर के तमाम बड़े व्यापारियों व अन्य लोगों जिनके पास भी सेवन सीटर गाड़ियां हैं उनके यहां भी इस प्रकार के नोटिस पहुंचे हैं। इन नोटिस को लेकर जबरदस्त नाराजगी है।
चुनाव बहिष्कार की धमकी
नोटिस मिलने के बाद कुछ व्यापारियों ने अफसरों से संपर्क साधा। इनमें से कुछ ऐसे भी हैं जिनके पास केवल एक ही गाड़ी है और परिवार में कोई ना कोई सदस्य बीमार है या फिर प्रतिष्ठान में पहुंंचने के लिए प्रतिदिन गाड़ी की जरूरत होती है। इसके अलावा बड़ी बात यह है कि गाड़ी चलाने के लिए कोई ड्राइवर नहीं रखा गया है। वो खुद ही गाड़ी चलाते हैं। ऐसे में 16 अप्रैल तक गाड़ी भेजने का फरमान उनकी समझ में नहीं आ रहा है। बताया जाता है कि इसी के चलते ही चुनाव के बहिष्कार का एलान कर दिया गया है।
भाजपाइयों की उड़ी नींद
चुनाव डयूटी के नाम पर अफसरों द्वारा गाड़ी मांगे जाने के पर कुछ व्यापारियों द्वारा चुनाव के बहिष्कार का एलान किए जाने की खबर जब भाजपाइयों तक पहुंंची तो उनमें हड़कंप मच गया। बताया जाता है कि बहिष्कार की बात करने वालों को भाजपा के बड़े नेताओं ने अपने यहां बुला लिया ताकि नाराजगी दूर की जा सके, लेकिन नाराजगी कितनी दूर हुई यह तो मतदान के रोज पता चलेगा, लेकिन नाम न छापे जाने की शर्त पर कुछ व्यापारियों ने बताया कि कैंट विधायक के यहां एक अर्जी देकर आए हैं। इस अर्जी में अपनी परेशानी का उल्लेख भी कर दिया है, लेकिन इसके बाद भी गाड़ी के लिए अफसरों के दफ्फरों से लगातार काल आ रही हैं। कार्रवाई करने के लिए धमकाया जा रहा है।
डीएम से की गयी है वार्ता
संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष अजय गुप्ता ने बताया कि इसको लेकर डीएम मेरठ से वार्ता की गयी है। उनसे कहा गया है कि इस मामले में संयम से काम लिया जाए। उन्होंने बताया कि उम्मीद है कि प्रशासन के अधिकारी जल्दबाजी ना की जाए।
कैंट विधायक के यहां पहुंचे व्यापारी
इस मामले को लेकर बड़ी संख्या में सदर समेत शहर भर के व्यापारी जिनको नोटिस भेजे गए हैं वो कैंट विधायक अमित अग्रवाल के यहां पहुंचे। कैंट विधायक के कार्यालय से बताया गया कि व्यापारी आए थे, उनसे बात हो गयी है। चुनाव का कोई भी बहिष्कार नहीं करेगा। इस संबध में विधायक अब डीएम से बात करेंगे।