दिव्य जाग्रति संस्थान की संस्कार शाला, श्री आशुतोष महाराज जी द्वारा संचालित दिव्य ज्योति संस्थान द्वारा सोमवार को दिल्ली रोड स्थित सरस्वती शिशु मंदिर के छात्रों के लिए संस्कार शाला आयोजित की गयी। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण योग-प्राणायाम, नृत्य नाटिका, मनोरंजक एक्टिविटिज और ज्ञानवर्धन व्याख्यान रहा। कार्यक्रम में मेरठ शाखा की संयोजिका साध्वी लाेकेश भारती जी ने बच्चों को प्राेत्साहित करते हुए समझाया कि यदि हम प्रसन्न चित्त होकर कोई भी काम करते हैं तो हमें सफलता अवश्य मिलती है। चाहे पढ़ाई हो या फिर भोजन। व्यायाम करें या कोई अन्य कार्य, जो भी करें सदा प्रफुल्लित होकर ही करें। जब हम छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करते हैं या उदास होकर बैठ जाते हैं तो हम अने लक्ष्य को कभी भी प्राप्त नहीं कर सकते। साध्वी जी ने कहा कि ब्रह्म ज्ञान आधारित ध्यान साधना द्वारा ही एक मनुष्य प्रफुल्लित व आनंदमय रह सकता है। संस्थान की साध्वी अंबिका भारती जी ने बताया कि यह कार्शाला विशेष इसलिए है क्योंकि इसमें बच्चों को नृत्य नाटिका और खेलकूद तक ही सीमित नहीं रखा गया। बल्कि उन्हें योग साधना की महत्वता की भी जानकारी दी गयी। दिव्य ज्योति संस्थान एक आध्यात्मिक संस्थान है, जो पिछले चार दशकों से दिव्य गुरू श्री आशुतोष महाराज जी के मार्ग दर्शन में अंतराष्ट्रीय स्तर पर ब्रह्मज्ञान द्वारा विश्व शांति के महान लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कार्यरत है। संस्थपन के कई सामाजिक प्रकल्प हैं। जिसके तहत भारत की जेलों में बंद कैदियों को सुधारने का भी कार्य किया जाता है। दूसरे प्रकल्प में नेत्रहीनों को राेजगार दिया जा रहा है तथा अन्य प्रकल्पों के अंतर्गत नारी सशक्तिकरण, गौ संरक्षण, वातावरण संरक्षण, नशा उन्मूलन, बस्ती के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने जैसा कार्य विशाल स्तर पर किया जा रहा है।