लोग सो रहे थे बिजिलेंस ने मार दिया छापा, लोग नींद में थे और मेरठ के केसरगंज व घंटाघर में बिजलीलेंस के ताबड़तोड़ छापे डाल दिए। जब तक नींद से जागे तब तक बिजली चोरी पकड़ी जा चुकी थी। एक ओर जहां बिजली आपूर्ति के लिए पीवीवीएनएल अफसर दिन रात एक किए हैं, वहीं दूसरी ओर अफसरों का ध्यान बिजली चोरों से निपटने पर भी है। इसीक्रम में शुक्रवार को केसरगंज व शहर घंटाघर इलाके में ताबड़तोड़ दबिशें दी गर्इं। दबिश को गई टीम ने पहले ही इसका होमवर्क कर लिया था। उन्होंने जो सूचना मिली थी उसके आधार पर मकान भी चिन्हित कर लिए थे जहां कार्रवाई करनी थी। इसके बाद विद्युत नगरीय वितरण खंड प्रथम घंटाघर मेरठ अधिशासी अभियंता महेश कुमार द्वारा दिन निकलते ही रेड कर कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाया। उन्होंने अधिशासी अभियंता ने विभाग की टीम के साथ केसर गंज बाजार व शहर घंटाघर पर रेड करी जहाँ लगभग 10 मकानों पर 15 किलोवाट की विद्युत चोरी पकड़ी और लगभग 10 लाख रूपए के जुर्माना किया। अधिशासी अभियंता महेश कुमार से जानकारी करने पर पता चला कि काफी समय से केसर गंज घंटाघर में बिजली चोरी की शिकायत आ रहीं थीं जिसपर आज सुबह में छापेमारी करते हुए करी बड़ी की गयी। इस टीम में विद्युत नगरीय वितरण खंड प्रथम घंटाघर मेरठ के अधिशासी अभियंता महेश कुमार जेई श्रीपाल सागर डिविजन प्रथम के तमाम बाबु और कर्मचारियों की टीम तथा संबंधित और विजिलेंस टीम भी शामिल रही।
वहीं दूसरी ओर इस कार्रवाई से पूरे दिन केसरगंज व शहर घंटाघर ही नहीं आसपास के इलाकों में भी हड़कंप मचा रहा। कुछ लोगों तो अपने घरों पर ताले डालकर गायब हो गए। वहीं कुछ ने जहां गड़बड़ियां की हुई थी उन्हें वक्त रहते दुरुस्त करा लिया। इस बीच जानकारी मिली है कि शीघ्र ही इसी तर्ज पर एक ओर बड़ी कार्रवाई बिजली चोरों के खिलाफ इसी इलाके में होने जा रही है। इस संबंध में आरटीआई एक्टिविस्ट व इतिश्री भ्रष्टाचार के सचिन गुप्ता ने बताया कि उनका संगठन बिजली चोरी करने वालों के साथ कतई नहीं वो केवल उन उपभोक्ताओं की आवाज हैं जिनका बिजली अफसर उत्पीड़न करते हैं। संस्था के प्रमुख पं. नरेश शर्मा ने भी कार्रवाई का स्वागत किया है।