अंकुर बोले राहत दे अफसर, मेरठ-भाजपा नेता व संयुक्त व्यापार संघ के मंत्री तथा खंदक बाजार हैंण्डलूम व्यापार संघ के अध्यक्ष अंकुर गोयल ने प्रशासन व पुलिस से भगत सिंह मार्केट के कारोबारियों को तत्काल राहत की मांग की है।उन्होंने कहा कि भगत सिंह मार्केट के कारोबारियों का काम ट्रैफिक पुलिस के नई व्यवस्था से बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। दरअसल हापुड़ स्टैंड चौराहे को ई रिक्शा मुक्त घोषित किए जाने के नाम पर रोड ब्लॉक करने के लिए लगाए गए बैरिकेटस की वजह से ग्राहकों की आवाजाही बंद होने के चलते शुक्रवार को कोतवाली के भगत सिंह मार्केट के व्यापारियों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान भाजपा के व्यापारी नेता अंकुर गोयल व एसपी ट्रैफिक के बीच तीखी बहस भी हुई। हंगामे की सूचना पर भाजपा नेता कमलदत्त शर्मा समेत कई भाजपा नेता तथा संयुक्त व्यापार संघ के पदाधिकारी भी पहुंच गए।
दरअसल हापुड़ स्टैंड चौराहे को ईक्शाओं के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। लेकिन इसके बाद ई रिक्शाओं ने हापुड़ स्टैंड चौराहे से सटे इलाकों में मुसीबत बरपानी शुरू कर दी। उसी शिकायत मिली तो पुलिस ने गुलमर्ग सिनेमा से लेकर हापुड़ रोड तक सड़क के बीचों बीच पत्थर के बड़े-बडे अवरोध लगा दिए। इससे बड़ा नुकसान भगत सिंह मार्केट के कारोबारियों को हुई। उन्हें ई रिक्शा की मुसीबत से तो निजात मिल गयी, लेकिन इसके साथ उनके यहां ग्राहकों की आवाजाही भी बंद हो गयी। जो बैरिकेटस लगाए गए थे उसकी वजह से दो पहिया वाहन भी नहीं आ सकते थे। जब से यह व्यवस्था लागू की गयी तब से भगत सिंह मार्केट में ग्राहक के नाम पर सन्नाटा छा गया। लेकिन आज कारोबारियों के सब्र का बांध छलक गया। उन्होंने संयुक्त व्यापार संघ के मंत्री व भाजपा के व्यापारी नेता अंकुर गोयल को व्यथा बतायी तो वहां तमाम व्यापारी नेता जा पहुंचे। हंगामा शुरू कर दिया गया। हंगामे की सूचना पर कमलदत्त शर्मा समेत कई नेता पहुंच गए। भगत सिंह मार्केट के व्यापारी भी वहां हो गए और उसके बाद हंगामा शुरु हो गया। व्यापारियों ने एसपी ट्रैफिक को बुलाने की मांग की। उनके आने में कुछ देरी हो गयी थी इसको लेकर अंकुर गोयल की तीखी नोंकझोंक हो गयी। कमलदत्त ने किसी प्रकार मामले को शांत कराया। लंबी बहस के बाद तय हुआ कि मंगलवार तक नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। फिलहाल दो पहियाओं के आने जाने के लिए रास्ता बना दिया गया है। इस मौके पर अंबुज रस्तौगी, हेमंत, चिराग शर्मा, शिवम शर्मा, उज्जवल अरोर, अरुण मचल आदि भी मौजूद रहे।