परिजन बोले अभी अंजाम तक पहुंचाना है बाकि,
तय करना है लंबा सफर, सजा के आदेश के लिए डाला नकल सवाल
मेरठ कोतवाली गुजरी के तिहरे हत्या कांड में इजलाल व शीबा सिरोही समेत दस आरापियों का आजीवन कारवास की सजा के बाद मृतकों के परिजनों का कहना है कि अभी काफी लंबा सफर बाकि है। कानूनी लड़ाई खत्म हो गयी ऐसा नहीं कहा जा सकता। अंजाम तक पहुंचना भी बाकि है। इसके लिए हो सकता है कि सफर लंबा तय करना पड़ जाए। तिहरे हत्याकांड का शिकार बने सुनील ढाका के भाई अनिल ढाका ने इस संवाददाता को बताया कि अभी उन्हें कोर्ट से सर्टिफाइड कापी नहीं मिली है। कापी मिल जाए। अपने वकीलाें के साथ उसका अध्ययन कर लिया जाए उसके बाद जो विकल्प बचेंगे उन पर विचार किया जाएगा। उन्होंने जाेर देकर कहा कि अभी काफी कानूनी विकल्प बाकि हैं। आजीवन कारवास की सजा पर सुनीलढाका और सुधीर गिरी के परिजन क्रमश अनिल ढाका व सतीश गिरी का कहना है कि कोर्ट ने जो सजा शीबा सिरोही व इजलाल को दी है उस पर कोई टिका टिप्पणी नहीं। कोर्ट का सम्मान सर्वप्रथम है। जो मुनासिब समझा वो आदेश दिया है। इस पर कुछ नहीं कहना। हां इतना जरूर है कि जो भी कुछ उनसे इस लडाई को आगे ले जान तथा कसूरवारों को उनके असली अंजाम तक पहुंचाने के लिए बन पड़ेगा वो जरूर करेंगे। यह बात तय है। हालांकि पुनीत उज्जवल के परिजन आजीवन कारावास से संतुष्ट नहीं। मृतक के भाई का कहना है कि यह क्रूरतम हत्या की श्रेणी में आता है। इसमें फांसी से कम सजा नहीं दी जानी चाहिए। बेहद जघन्य व क्रूर हत्या का अपराध है। सभी इसके लिए बराबर के दोषी हैं।कोर्ट के आदेश की कापी मिलने के बाद अपने वकीलों से राय मशवरा कर आगे की लडाई डाली जाएगी।
रिविजन पर कामय है डीजीसी
वहीं दूसरी ओर इस मामले डीजीसी सर्वेश कुमार शर्मा पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि कोर्ट से नकल की कापी के आने का इंतजार है। इसके लिए नकल सवाल डाला गया है। कोर्ट से आदेश की कापी मिलने के बाद उसका अध्ययन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रिविजन तो दायर करेंगे ही। वहीं दूसरी ओर इस संबंध मे आरोपियों के पैरोकार भी चुप नहीं बैठे हैं। हालांकि कसूरवार ठहराए गए आरोपियों के पैरोकारों का कहना है कि वकीलों से राय ली जा रही है। अभी आदेश की कापी नहीं मिली है। आरोपियों के अधिवक्ता मीडिया से बात करने के मूड में नहीं थे। उन्होनें इतना ही कहा कि यदि कुछ कानूनी कार्रवाई होगी तो मीडिया को खुद ही पता चल जाएगी। वकीलों से ज्यादा तो सक्रिय मीडिया नजर आता है। कुल मिला इतना साफ है कि आने वाले दिनों में यह मामला बजाए शांत होने के तूल पकड़ता नजर आ रहा है।