डेढ़ के सोने की तलाश में पुलिस पस्त
मेरठ/ चौदह माह बाद भी टीपीनगर पुलिस डेढ़ करोड़ कीमत के सोने का सुराग नहीं लगा सकी। इसको लेकर शहर सराफा कारोबारी व मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन में उबाल है। बुलियन के सदस्य एवं बुलियन कारोबारी अजय जैन एवं अर्चित जैन की फर्म मैसर्स राज ज्वैलर्स देवी मार्केट, कागजी बाजार के साथ बीते साल 6 मईको उन्हीं की दुकान के कर्मचारियों द्वारा दिल्ली से सोना बुलियन लाते हुए आपराधिक प्रवृत्तियों के व्यक्तियों के साथ मिलकर गायब कर दिया गया था। जिसकी सूचना उन्होंने थाना ट्रांसपोर्ट नगर में दी थी। बुलियन के महामंत्री विजय आनंद अग्रवाल का आरोप है कि टीपीनगर पुलिस ने तभी से इस केस में बहुत ज्यादा लापरवाही बरती। जिसकी वजह से 2 किलो वजन का सोना जिसका अनुमानित मूल्य लगभग डेढ़ करोड़ रुपये था , वह बरामद नहीं हो पाया। इसमें टीपीनगर जांच अधिकारी की भूमिका बहुत ही ज्यादा संदिग्ध रही। जिसकी वजह से आज तक उनका सोना बरामद नहीं हो सका। उन्होंने बताया कि शुरू में तो दो करोड़ के सोना गायब होने की थाने में रिपोर्ट तक नहीं लिखी गई। बाद में मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन एवं राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते वह रिपोर्ट 19 जून 2023 को लिखी गई जो कि सामान्य धाराओं में थी। मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के बार-बार एसएसपी रोहित सिंह और एसपी सिटी से मिलने पर उक्त फिर की धाराएं बढ़ाई गई। लेकिन इन्वेस्टिगेशन आॅफीसर द्वारा व्यक्तिगत लालच के चलते शुरू में ही सारे सबूत कमजोर कर दिए गए तथा अपराधियों को संरक्षण दिया गया, जिसकी वजह से आज सरार्फा व्यापारीगण आंदोलित है। इसको लेकर बुलियन के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल व महामंत्री विजय आनंद अग्रवाल ने शीघ्र ही मिटिंग बुलाए जाने की बात कही।