मेडिकल भुगतान की सभी फाइलें गायब, – घोटालो मे फंसे एकाउंटेंट को बचाकर सर्कल के सीए बाबू को किया सस्पेंड-
मेरठ/ इडीडी-1 में मेडिकल रिइंबर्समेंट में हुए फर्जीवाडे अब तक जिसमें 7.50 लाख से अधिक के घोटाले की पुष्टि हो चुकी है और अभी जांच जारी है, उसमें मेडिकल भुगतान की सभी फाइलें गायब हैं। वहीं दूसरी ओर मेरठ सर्कल-2 में टेंडर फाइल मे एलओआई (लैटर आफ इंटेट) जारी होने के बाद भी ठेकेदार का अग्रीमेंट ना करते हुए टेंडर कैंसल करने के मामले मे इडीसी-2 के सीए बाबू प्रेम कुमार को तो सस्पेंड कर दिया गया, लेकिन मामले मे मुख्य दोषी एकाउंटेंट पर कोई कारवाई नहीं की गई, जबकि एकाउंटेंट पहले भी इडीडी-1 में रहते हुए मेडिकल रिइंबर्समेंट में हुए फर्जीवाडेÞ को लेकर खासी चर्चा में रहे थे। अब तक जिसमें 7.50 लाख से अधिक के घोटाले की पुष्टि हो चुकी है और अभी जांच जारी है, इडीडी-1 में उनके कार्यकाल में हुए मेडिकल भुगतान की सभी फाइलें गायब हैं। भ्रष्टाचार के इतने संगीन आरोपों में फंसे होने और एलओआई (लैटर आॅफ इंटेट) जारी होने के बावजूद टेंडर कैंसिल करने के लिए अकाउंटेंट ही मुख्य दोषी हैं, आरोप है कि क्योंकि वह हर टेंडर अपने खास ठेकेदार को दिलाना चाहता है इसीलिए एलओआई (लैटर आफ इंटेट) जारी होने के बाद भी टेंडर कैंसिल कर दिया गया। विभाग में चर्चा की खासी चर्चा है कि एकाउंटेंट ने अपने एससी-2 और एससी ने चीफ से सेटिंग करके सारा खेल किया है। आरटीआई एक्टिविस्ट पं. नरेश शर्मा ने बताया इस मामले की जांच को एमडी से मिला जाएगा। सभी साक्ष्य उन्हें सौंपे जाएंगे