टोल पर सावधान-कट सकती है जेब, आपके गाड़ियों का फिटनेस, प्रदूषण या बीमा सर्टिफिकेट नहीं फेल है और आप टोल प्लाजा से गुजर रहे हों तो आपका ऑनलाइन चालान कट जायेगा. यह नयी व्यवस्था सभी टोल 1 टैक्स पर एक हफ्ते पहले ही शुरू हुई है. शहर के कई लोगों को चालान का रसीद उनके मोबाइल पर आया है. इससे लोग हैरानी में है. इस नयी व्यवस्था से कोई भी गाड़ी का फिटनेस या बीमा नहीं है तो ऑनलाइन चालान कटना निश्चित है. पीड़ित अंकित भारद्वाज ने बताया कि उनकी गाड़ी का प्रदूषण सर्टिफिकेट फेल हो गया था. वे मनियारी के टॉल प्लाजा से होकर जैसे ही गुजरे, आधे घंटे के अंदर उनके मोबाइल पर दस हजार का चालान आ गया. उन्हें पहले से इस बात की जानकारी नहीं थी. अंकित भारद्वाज से सोशल मीडिया पर चालान का फोटो और पोस्ट के जरिये लोगों से गाड़ियों का प्रदूषण सर्टिफिकेट लेने की अपील की है. ऐसे काम करता है टोल प्लाजा का कैमरा
टोल प्लाजा में लगे सीसीटीवी कैमरा परिवहन विभाग के सर्वर से जुड़ा हुआ है. वहां पर इ डिटेक्टशन सेल बना हुआ है. जैसे कोई वाहन जैसे ही टोल प्लाजा से गुजरता है. वहां लगा सीसीटीवी वाहन का नंबर लेकर परिवहन विभाग के सर्वर को भेज देता है.. इससे वाहन के बारे में पता चल जाता है कि गाड़ी का फिटनेस, बीमा और प्रदूषण सर्टिफिकेट भी अद्यतन है या नहीं. कैमरा वाहन चालक का फोटो भी भेजता है, इससे पता चलता है कि चालक ने बेल्ट पहना है या नहीं. परिवहन विभाग का सर्वर गाड़ियों के नंबर से उसका फिटनेस जांच लेता है और तत्काल ही ऑनलाइन वाहन मालिक के मोबाइल पर चालान भेज दिया जाता है. यह व्यवस्था सभी टोल टैक्स पर एक हफ्ते पहले शुरू हुई है. अगर वाहन का कोई भी कागजात फेल है तो उसे शीघ्र ठीक करा लें, ताकि जुर्माना से बच सकें.
नई भर्तियों, टीईटी की उम्मीदें बढ़ी
मेरठ- बेसिक, माध्यमिक, उच्च, व्यावसायिक शिक्षा से लेकर मदरसों तक में शिक्षकों, कर्मचारियों की भर्ती अब शिक्षा सेवा चयन आयोग के जरिए ही होनी है। अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद नई नियुक्तियों का भी रास्ता खुलेगा। सूत्रों के अनुसार माध्यमिक शिक्षण संस्थानों में ही लगभग 5 हजार पदों पर भर्ती के लिए अधियाचन तैयार है। आयोग को इन पर भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाना है। इसी तरह बेसिक स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए आवश्यक शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) का आयोजन भी दो साल से नहीं हुआ है। आखिरी बार, 2021 में इसके लिए विज्ञापन निकला था और अप्रैल, 2022 में इसका रिजल्ट घोपित किया गया था। तब परीक्षा नियामक प्राधिकारी इसका आयोजन कराता था। अब यह जिम्मेदारी शिक्षा सेवा चयन आयोग के पास है। ऐसे में इस साल के आखिर तक टीईटी का भी आयोजन किया जा सकता है।