बेटे के खून से सने हाथ, मेरठ / रोहटा के मिर्जापुर गांव में प्रवेश की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। उसकी घर में सोते वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। हत्या की वारदात में पुलिस ने मृतक के पिता नंदकिशोर को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा कर दिया है। नंद किशोर का कहना है कि यदि वो अपने बेटे को नहीं मानता तो बेटा उसको मार देता। वह पूरी तरह से बिगड़ चुका था। एक बार उसने पिता पर तमंचा भी तान दिया था। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त तमंचा और खून में सने कपड़े भी बरामद कर लिए हैं। पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता के दौरान एसपी देहात डा. राकेश कुमार मिश्र ने बताया कि रोहटा थाना क्षेत्र के मिजार्पुर गांव में 12/13 सितंबर की रात 23 वर्षीय प्रवेश कुमार की हत्या कर दी गई थी। हत्यारोपी ने प्रवेश को दो गोली मारी थी। परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसने दम तोड़ दिया। करीब साढ़े तीन बजे रोहटा पुलिस को सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची और फोरेंसिक टीम को भी बुला लिया। परिजनों ने घटना से अनभिज्ञता जताई। इसके बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी। एसपी देहात ने बताया कि शुरूआत में पुलिस को जो जानकारी दी गई थी, उसमें गोली छत से कहीं से मारने का अंदेशा परिजनों ने जताया था लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि गोली बिलकुल पास से मारी गई है। इसी लाइन पर पुलिस ने काम शुरू कर दी। पुलिस ने पहले यह कन्फर्म किया कि क्या हत्यारोपी बाहर से आया था। एक सीसीटीवी कैमरा देखा गया, जिसमें यह स्पष्ट हो गया कि हत्यारोपी बाहर का व्यक्ति नहीं है। इसके बाद पुलिस ने परिजनों ने अलग अलग पूछताछ की। घटनाक्रम के अनुसार, हत्या वाली रात प्रवेश, उसका पिता नन्द किशोर, बेटी और नंद किशोर की बूढ़ी मां आंगन में सोए हुए थे। दो गोली चली लेकिन परिजनों ने हत्यारे को नहीं देखा, इस पर जब बातचीत हुई तो लाइन मिलती चली गई। पिता पुलिस के सवालों के आगे टूट गया और उसने बेटे की हत्या करने का राज उगल दिया। पुलिस घर के अंदर से ही हत्या में प्रयुक्त तमंचा और खून में सने कपड़े भी बरामद कर लिए।
बिगड़ चुका था बेटा
सीओ सरधना संजय कुमार जायसवाल ने बताया कि प्रवेश अय्याश किस्म का था। अक्सर उसकी अपने पिता नन्द किशोर से कहासुनी होती थी। कुछ समय पहले नन्द किशोर ने अपना एक मकान बेचा था। उससे मिली रकम के करीब दो लाख रुपये प्रवेश ने अपने शौक में उड़ा दिए। वह अब संपत्ति का बटवारा चाह रहा था। इसी के चलते उसने एक दिन नन्द किशोर को ही तमंचा तानकर गोली मारने की धमकी दे दी थी।