श्री राम ने लंका का राजा बनाया

श्री राम ने लंका का राजा बनाया
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श्री राम ने लंका का राजा बनाया,  श्री सनातन धर्म रक्षिणी सभा पंजीकृत मेरठ शहर के तत्वधान में श्री रामलीला कमेटी पंजीकृत मेरठ शहर द्वारा बुढ़ाना गेट स्थित जिमखाना मैदान में रामलीला का मंचन किया गया।
लीला मंचन के मुख्य उद्घाटनकर्ता दीपक गुप्ता द्वारा किया गया, मुख्य पूजन कर्ता नीरज सैनी रहे व प्रसाद सेवा निशांत शर्मा , आलोक गुप्ता द्वारा की गई। सभी उपस्थित पदाधिकारी सदस्यों द्वारा पूजा अर्चना कर लीला मंचन प्रारम्भ किया गया।

आज रावण-अंगद संवाद, विभीषण शरणागति, सेतु बन्ध, लक्ष्मण शक्ति व हनुमान जी द्वारा संजीवनी बूटी लाने का लीला मंचन किया गया।
बूटी से प्राण प्राप्त किए तथा कुंभकरण वध हुआ।

लीला मंचन में रावण ने अंगद से जब कहा कि वह युद्ध में हरा देगा और राम को मार देगा तब अंगद ने उत्तर दिया, “तुम्हारी शक्ति कुछ नहीं, राम की शक्ति अनंत है।” अंगद के शब्दों ने रावण को चेताया, “मैं राम का दूत हूँ, तुम मुझे नहीं मार सकते।”

रावण के पापों से दुखी विभिषण ने हनुमान के माध्यम से राम की शरण ली। राम ने विभिषण को अपने भाई के रूप में स्वीकार किया। विभिषण की शरणागति ने राम-रावण युद्ध की दिशा बदल दी। ऐसा करने से
रावण के खिलाफ खड़े होने का साहस , नैतिकता और धर्म की रक्षा का प्रतीक , राम की करुणा और न्याय का प्रमाण मिला।

हनुमान के नेतृत्व में वानरों ने समुद्र पर पत्थर रखकर सेतु बनाया।
सेतु की लंबाई 100 योजन (800 किमी) थी।
राम और लक्ष्मण सेतु पर चलकर लंका पहुंचे।
सेतु बंधन ने राम-रावण युद्ध के लिए मार्ग प्रशस्त किया।

रावण के पुत्र मेघनाद ने लक्ष्मण को शक्ति बाण से घायल किया।
हनुमान को संजीवनी बूटी लाने का आदेश दिया गया।
हनुमान ने हिमालय पर्वत पर जाकर संजीवनी बूटी प्राप्त की व वापस आकर लक्ष्मण को संजीवनी बूटी दी, जिससे वह ठीक हो गए।
इस घटना से हनुमान की शक्ति, साहस और निष्ठा का प्रमाण मिलता है।

रावण का भाई कुंभकर्ण, एक शक्तिशाली राक्षस था।
उसे निंद्रा देवी का श्राप मिला, जिससे वह छह महीने सोता और छह महीने जागता।
राम ने कुंभकर्ण को युद्ध में हराया व उसका वध किया।

कुंभकरण वध के उपरांत कुंभकरण के 70 फीट ऊंचे पुतले को आग लगाई गई। पुतले के दहन होते ही संपूर्ण जीम खाना मैदान जय श्री राम के नारों से गूंज उठा।

कल दिनांक 11 अक्टूबर 2024 को जीम खाना मैदान में मेघनाथ वध का लीला मंचन होगा तथा उसके 70 फुट ऊंचे पुतले को आग लगाई जाएगी।

इस कार्यक्रम में संस्था अध्यक्ष मनोज गुप्ता राधा गोविंद मंडप, महामंत्री मनोज अग्रवाल खद्दर वाले, कोषाध्यक्ष योगेंद्र अग्रवाल बबलू, संचालक राकेश शर्मा, राकेश गर्ग, आलोक गुप्ता (गुप्ता क्लासेज) अंबुज गुप्ता, राजन सिंघल, आनंद प्रजापति, अनिल गोल्डी दीपक शर्मा, विपुल सिंघल ,संदीप गोयल रेवड़ी, मयंक अग्रवाल, मयूर अग्रवाल, अपार मेहरा, विपिन अग्रवाल ,लोकेश शर्मा ,मनोज दवाई, डॉ टी सी शर्मा, अनिल वर्मा, मनोज वर्मा, पंकज गोयल पार्षद सहित हजारों की संख्या में भक्तगण मौजूद रहे।

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