रात भर गुलजार रहे शहर के कुछ खास होटल,
मेरठ / दीपावली के मौके पर पहले से खास महफिलों के लिए पहचान बना चुके कुछ खास होटल पहली नंबर को पूरी रात गुलजार रहे। जानकारों की मानें तो गढ़ रोड स्थित होटल हारमनी पर दीपावली से पहले पुलिस के छापे की कारवाई के बाद पुलिस की उसी तर्ज पर कार्रवाई की आशंका के चलते जो जश्न 31 अक्तूबर की रात को होना था उसकी तारीख मजबूरी में एक दिन आगे बढ़ा दी गयी। लेकिन जश्न की जो परंपरा पुरानी चली आ रही है उसको टूटने नहीं दिया गया। केवल एक दिन आगे खिसका दिया गया। आमतौर पर यह आयोजन शहर के कुछ खास होटलों में दीपावली के रोज पूजन के बाद रखा जाता है। इस आयोजन में होटल के जिस स्टाफ की ड्यूटी लगायी जाती है, उन्हें दीपावली से अगले दिन चौबीस घंटे की छुट्टी दे दी जाती है ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि दीपावली की रात जब खास आयोजन होता है उसमें पूरा स्टाफ लगा दिया जाता है, लेकिन जहां-जहां इस प्रकार के आयोजन अपने खास ग्राहकों के लिए होटल की ओर से रखे जाते हैं वहां इस बार दीपावली वाले दिन स्टॉफ के ज्यादातर कर्मचारी छुट्टी पर भेज दिए। 1 नवंबर को शुक्रवार की रात पूरा स्टॉफ बुला लिया गया। पूरी रात महफिल गुलजार रही। कुछ होटलों में ये महफिलें शनिवार की सुबह पांच बजे तक सजी रहीं। ऐसी खास महफिलों के लिए आमतौर आबूलेन, बाउंड्री रोड, दिल्ली रोड तथा सिविल लाइन का हजारी की प्याऊ वाला इलाके में स्थित एक होटल फर्स्ट च्वाइस रहा। बताया जाता है कि इस होटल में तो तमाम रूम से बेड बाहर करा दिए गए और महफिल भी फर्श पर मसंद लगाकर सजायी गयी। दीपावली पर सजने वाली इन महफिलों में तमाम शौकीनों के अपने-अपने होटल फिक्स होते हैं। आमतौर पर वहीं जाना पसंद करते हैं जहां पहले से जाते रहते हैं। होटल वाले भी ऐसे खास मेहमानों की पसंद ना पसंद का ख्याल रखते हैं। साथ ही खास महफिलों में यह भी ध्यान होटल मालिक रखते हैं कि कोई नया ग्राहक ना आए। जो पहले से आते हैं तथा जिनसे पुरानी जानकारी है केवल उन्हीं तक महफिल समिति रहे। होटल हरमनी प्रकरण के बाद पूरे दीपावली के मौके पर खास चौकसी बरतने का दावा किया जा रहा था। लेकिन पहली नंवबर जिन महफिलों की चर्चा आम है उन्होंने दावों की कलई जरूर खोल दी।