बंटी के बयान पर सीओ ने तलब की रिपोट,
मेरठ के सदर दुर्गाबाड़ी स्थित 1008 श्री पारसनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर के पंचों में शामिल रहे अनिल जैन बंटी के सीओ सदर के कार्यालय में जो बयान दर्ज हुए हैं उन पर सीओ सदर ने डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय से रिपोर्ट तलब कर ली है। दरअसल सीओ कार्यालय में दिए गए बयान में अनिल बंटी ने बताया कि उसने कोई सदर दुर्गाबाड़ी स्थित 1008 श्री पारसनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर के चुनाव को लेकर कोई भी पेपर या प्रार्थना पत्र डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय में नहीं दिया है, जैसा कि ऋभष एकाडेमी के सचिव सीए डा. संजय जैन का कहना है। डा. संजय जैन ने ठोस साक्ष्याें के साथ जो पत्र एडीजी कार्यालय से सीओ सदर कार्यालय भिजवाया है, उस पत्र में एडीजी ने सीओ सदर से अनिल बंटी समेत अन्य जितने भी लोगों के हस्ताक्षर उस पत्र जिसमें चुनाव को लेकर डिप्टी रजिस्ट्रार को अवगत कराया है उसकी जांच करने को कहा है। एडीजी के यहां से जो पत्र आया है उसी के संबंध में अनिल जैन बंटी को बयान के लिए सीओ कार्यालय में तलब किया गया। सूत्रों ने जानकारी दी है कि सीओ कार्यालय में दिए गए बयान में अनिल बंटी ने तमाम बातों खासतौर से डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय में दिए गए जिस पत्र को लेकर सारा फसाद खड़ा हुआ है और एडीजी ने सीओ को जांच के आदेश दिए हैं, उससे पल्ला झाड़ लिया है। बताया गया है कि केवल उक्त पत्र से ही पल्ला नहीं झाड़ा है बल्कि पंचों को लेकर जो कुछ घटनाक्रम हुआ उससे भी पल्ला झाड़ लिया है। दरअसल इस मामले को लेकर अब जिस तरह से पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है और सीओ कार्यालय ने डिप्टी रजिस्ट्रार से रिपोर्ट तलब कर ली है, वो केवल अनिल बंटी नहीं बल्कि बाकि अन्य जिन्हाेंने के उक्त पत्र पर हस्ताक्षर हैं, बड़ी मुसीबत का कारण बनना तय नजर आ रहा है। सूत्रों ने जानकारी दी है कि डिप्टी रजिस्ट्रार की रिपोर्ट सीओ सदर के समक्ष दूध का दूध पानी का पानी करने जा रही है। वो रिपोर्ट अनिल बंटी व बाकि अन्य के लिए कानूनी शिकंजे का पर्याप्त आधार होगी। ऐसा विधि विशेषज्ञ भी मान रहे हैं। दरअसल एडीजी कार्यालय से जो जांच रिपोर्ट सीओ से तलब की गयी है, वो केवल यही तक नहीं खत्म होने वाली है, उसको लेकर पुलिस के स्तर से भी कार्रवाई का स्तर व्यापक होना तय है। जिसके चलते माना जा रहा है कि अनिल बंटी व दूसरे अन्य के खिलाफ एफआईआर का आधार बनेगा।
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