खराब केबल मामले में दो अफसर हटाए,
मेरठ। खराब केबल को पास कर दिए जाने के मामले में दे एक्सीइयन पर कार्रवाई कर दी गयी है। उन्हें हटा दिया गया है।गुजरात की टॉरेंट इलेक्ट्रिकल प्राइवेट लिमिटेड से 1.8 किलोमीटर लंबी एचटी केबल की खरीद में हुए घोटाले में एमडी इशा दुहन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए डीक्यूसी (डिस्कॉम क्वालिटी सेल) से दो एक्सईएन को हटा दिया। सूत्रों ने जानकारी दी है कि एक्सईएन संजीव गोयल जिनके रिटायरमेंट में कुछ ही समय बचा था और एक्सईएन प्रेरणा जो डीक्यूसी की अभियंता हैं लेकिन उन्हें विभाग में सामग्री खरीदने के लिए इलेक्ट्रिकल इंस्पेक्शन का चार्ज दे रखा था। दोनों को तत्काल डीक्यूसी से हटा दिया गया है, क्योंकि टोरेंट कंपनी का केवल दो बार इंस्पेक्शन में फेल होने के बाद तीसरी बार इंस्पेक्शन करने की अनुमति इन्होंने ही दी थी और एक्सईएन के के सारस्वत को इंस्पेक्शन करने के लिए नियुक्त किया था। जिनके ऊपर आरोप है कि गंभीर आरोप हैं। जिसके चलते आरोप है कि उन्होंने कंपनी की घटिया गुणवत्ता की केबल पास कर दी जिनमे 20 में से 15 ड्रम केबिल में पीवीवीएनएल का नाम स्पष्ट नही था। 3 ड्रमों की केबिल में बबल पड़े हुए हुए थे। यानी इन ड्रमों की केबिल फूली हुई और घटिया थी, ड्रम संख्या एएन-61367-जे में केबिल के ऊपर आॅक्सीडाइज्ड कॉपर टेप चिपका हुआ मिला है। ऐसा होना बेहद चिंताजनक है। यह साबित करता है कि प्रोजेक्ट में घटिया केबिल भ्रष्टाचार के चलते लगाये जाने की अफसरों ने साजिश रची थी। इसके अलावा दो अन्य ड्रमों में केबिल कटी हुई मिली थी, ड्रम न० एएन-1561269-जे और ड्रम न० एआर-62679-जे में केवल पर कई जगह कट लगा हुआ मिला था देखने वाली बात होगी कि आने वाले समय में के के सारस्वत पर क्या कार्रवाई होती है।