UNISEX सैलून के नाम पर जिस्म की मंड़ी,
मेरठ/शहर की पॉश कालोनियों में शुमार मेडिकल थाना के मंगलपांडे नगर में यूनिसेक्स सैलून के नाम पर जिस्म की मंड़ी सजायी जा रही थी। विगत दिनों हनीट्रैप की एक शिकायत के चलते एकाएक यह यूनिसैक्स सैलून पुलिस के रडार पर आ गया था। इस पर नजर रखी जा रही थी। आरोप है कि यहां संदिग्ध व अनैतिक गतिविधियां नजर आ रही थीं। कालोनी के कुछ लोगों ने जिनमें एक सीनियर अधिवक्ता भी शामिल हैं, ने गोपनीय शिकायत इसको लेकर भेजी थी। जिसके बाद रविवार को एएचटीयू व मेडिकल पुलिस तथा महिला पुलिस को साथ लेकर सीओ सीओ सिविल लाइन ने इस सैलून पर दबिश दी तो वहां पुलिस वालों को भगदड़ मच गयी। संचालिका बतायी जा रही एक महिला कूद कर मौके से फरार हो गयी। भीतर जो लड़कियां बैठी थीं उनसे कई बुरी तरह से घबरा कर रोने-बिलखने लगीं। वक्त जाया किए बगैर पुलिस टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मौके से 9 लड़कियों व 7 पुरूषों को पकड़ा। इन सभी को हिरासत में लेकर मेडिकल थाने पहुंच गए। लड़कियों को महिला थाना भेज दिया गया। यह भी बताया गया है कि छापे के दौरान पुलिस को ऐसी भी चीजें मिली हैं जो आमतौर पर सैलून सरीखी या फिर मसाज पार्लर सरीखी जगह पर नहीं मिला करती हैं। बेडरूम में ही ऐसी चीजें होनी चाहिए थीं, लेकिन कहा जा रहा है कि छापे के दौरान ये तमाम अवांछित चीजें यूनिसेक्स सेलून से बरामद हुई हैं। सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात जो पता चली है वो यह कि पार्लर में सैक्स टॉयज भी बरामद हुए हैं। पुलिस का मानना है कि इस प्रकार की चीजें आमतौर पर विदेशों में या फिर हाईप्रोफाइल सोसाइटी में कुछ खास किस्म के बताए जाने वाले लोगों द्वारा इस्तेमाल में ली जाती हैं। इनके प्रयोग महिला पुरूष दोनों ही करते बताए जाते हैं। देर शाम पुलिस ने सभी पकड़ी गई युवतियों को जीवन आशा ज्योति संरक्षणगृह में भेज दिया, जबकि जो पुरूष पकडेÞ गए हैं वो थाना मेडिकल में रखे गए हैं। देर रात कुछ के परिजन थाना मेडिकल पहुंच गए थे। उन्होंने तमाम प्रकार की मजबूरी बतायीं तथा वास्ता दिया, लेकिन पुलिस ने मामला उच्चाधिकारियों की नॉलेज में होने की बात कहकर हाथ खडेÞ कर दिए।
ऐसा चल रहा था धंधा
जानकारों की मानें तो मसाज पार्लर की आड़ में सभी प्रकार की अय्याशी का इंतजाम यूनिसेक्स सेलून में ग्राहकों के लिए था। मसाज कराने वालों को स्पेशल सर्विस आॅफर की जाती थी। जिसमें मसाज के साथ मनपसंद लड़की के साथ सैक्स की सुविधा थी। इसके लिए दो से पांच हजार रुपए तक वसूले जाते थे। इसके अलावा घंटों के हिसाब से चार्ज लिया जाता था। पुराने कस्टर के लिए मोबाइल पर फोटो भेजने की सर्विस थी। पसंद होने पर पुराने ग्राहक पार्लर में पहुंच जाते थे। उनसे तगड़ी कमाई की बात कही जा रही है।
जिस्म फरोशी का आरोप
पुलिस कार्रवाई के दौरान वहां काफी भीड़ लग गयी थी। आसपास के लोगों ने आरोप लगाया कि कहने को सैलून के बोर्ड पर फैमली सैलून लिखवाया गया था, लेकिन फैमली सैलून जैसी कोई बात यहां नजर नहीं आ रही थी। दिन भर यहां लड़कियों व पुरूषों की आवाजाही लगी रहती थी। कई बार इस सैलून से लड़कियां लग्जरी गाड़ियों में आते जाते देखी जाती थीं।
जांच की जा रही है
यूनिसेक्स सेलून को लेकर काफी समय से नजर रखी जा रही थी। कुछ शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद यह कार्रवाई की गयी। मौके से कुछ युवक युवतियां मिली हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। आपत्तिजनक सामान भी बरामद किया गया है। सीसीटीवी की फुटेज व डीवीआर को कब्जे में लिया गया है।
थाने में फूट-फूटकर रोयी लड़कियां
महिला थाने में जब मीडिया का जमावड़ा लग गया और कैमरों की लाइटें चमकनी शुरू हो गयीं तो यूनिसेक्स सेलून से लायी गयी लड़कियां वहां फूट-फूटकर रोने लगी। वो हाथ जोड़कर रहम की भीख मांगने लगीं। महिला पुलिस कर्मियों को मजबूरी का वास्ता देने लगीं। बदनामी के डर से मरने की बात कहने लगीं। इसके बाद सभी लड़कियों को महिला थाना से हटाकर संरक्षण गृह भेज दिया गया।
यूनिसेक्स सैलून पर हनीटैप का आरोप
मंगलपांडे नगर स्थित एक यूनिसेक्स सैलून पर पिछले दिनों एक शख्स से हैनीटैपिंग के जरिये ठगी के भी आरोप लगाए थे। पीड़ित ने पुलिस कार्यालय पहुंचकर शिकायत भी की थी। बताया जाता है कि यह इकलौता मामला नहीं है। ऐसे तमाम मामले इस प्रकार के यूनिसेक्स सेलून में आए होते रहते है, लेकिन ज्यादातर मामलों में पीड़ित लोकलाज के भय से सामने नहीं आ पाते हैं। जो भी डिमांड की जाती है उसको चुपचाप पूरी करते रहते हैं। जानकारों का तो यहां तक कहना है कि इस प्रकार का सिलसिला लगातार जारी रहता है। एक बार जो भी इस टैप में फंस जाता है वो आसानी से नहीं निकल पाता है।
थानेदारों को स्पा सेंटर से इंकार
शहर में जिस्म फरोशी का धंधा यूनिसेक्स सेलून या फिर स्पा सेंटरों की आड़ में हो रहा है। आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी में ज्यादातर थानेदारों ने उनके क्षेत्र में मसाज पार्लर होने से इंकार किया। आरटीआई एक्टिविस्ट मनोज चौधरी ने यह जानकारी मांगी थी। बकौल आरटीआई एक्टिविस्ट सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत मांगी गयी जानकारी का उत्तर जनपद के 20 थानेदारों ने दिया है। जिन्होंने उत्तर दिया उनमें थानेदारों में लालकुर्ती, सदर, कंकरखेड़ा, पल्लवपुरम, टीपीनगर, नौचंदी, मेडिकल, परतापुर, गंगानगर सरीखे थानों के थानेदार भी शामिल हैं।