जीएसटी वसूली के बजाए घूस वसूली-सस्पेंड,
मेरठ/सूबे की योगी सरकार ने राज्य कर अधिकारी नरेश कुमार व सचल दल इकाई में तैनात सहायक आयुक्त अपूर्व पटेल को सस्पेंड कर दिया है। शासन से की गई इस बड़ी कार्रवाई से पूरे महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। दोनों पर घूसखोरी का आरोप है। प्रमुख सचिव देवराज ने इन पर सस्पेंशन की कार्रवाई के साथ ही विभागीय जांच भी शुरू करा दी है। सस्पेंड किए जाने के बाद इन्हें मेरठ से हटाकर झांसी संबद्ध कर दिया गया है।
पैसे लेकर ट्रक छोड़ने का आरोप
सस्पेंड किए गए नरेश कुमार व अपूर्व पटेल पर आरोप है कि उन्होंने चैकिंग के दौरान पकडेÞ गए दर्शन एंड मून कंपनी के ट्रक संख्या एचआर-55-7863 को घूस लेकर छोड़ दिया। मामले की जानकारी मिलने पर जांच में दोनों अधिकारी पहली नजर में कसूरवार पाए गए जिसके चलते प्रमुख सचिव ने कठोर कार्रवाई करते हुए दोनों को निलंबित कर दिया। सूत्रों ने जानकारी दी है कि विशेष सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक विजय कुमार इनके खिलाफ जांच करेंगे। यह भी जानकारी दी गयी है कि अपूर्व पटेल को अपर आयुक्त कार्यालय ग्रेट झांसी व नरेश कुमार को झांसी कार्यालय से संबद्ध किया गया है। याद रहे कि प्रमुख सचिव राज्य कर लगातार विभागीय अधिकारियों को जीएसटी वसूली के निर्देश दे रहे हैं। टारगेट भी तय किए जा रहे हैं लेकिन आरोप है कि शासन से किए गए जीएसटी वसूली के लक्ष्य को हासिल करने के बजाए कुछ अफसर सरकारी खजाने को चूना लगाने पर तुले हुए हैं। साथ ही योगी सरकार के लखनऊ में बैठे कर अफसरों के यह भी निर्देश है कि जीएसटी जांच या चैकिंग के नाम पर व्यापारियों को ना परेशान किया जाए।