योगी के संग पर्चा भरने पहुंचे वाजपेयी, प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी राज्यसभा के लिए मुख्यमंत्री योगी संग नामांकन दाखिल करने पहुंचे। इस मौके पर भाजपा के सभी आठों प्रत्याशी जो राज्यसभा के लिए मैदान में, ने भी पर्चा दाखिल किया।राज्यसभा की 11 सीटों पर 10 जून को होने वाले चुनाव के लिए भाजपा के आठों प्रत्याशियों ने विधानभवन में नामांकन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंंह मौजूद रहे। लक्ष्मीकांत वाजपेयी भाजपा के कद्दावर नेता होने के साथ ही भाजपा का बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं। सपा ने जहां जयंत चौधरी के रूप में जाट मतों पर नजरें टिकाई हैं वहां भाजपा ने डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी और सुरेंद्र नागर को प्रत्याशी बनाकर वेस्ट यूपी पर अपना सुरक्षा चक्र और मजबूत किया है। लोकसभा और राज्यसभा में वेस्ट यूपी की भागीदारी 12 लोगों की होने जा रही है। अकेले मेरठ से लक्ष्मीकांत वाजपेयी के बाद तीन राज्यसभा सदस्य हो जाएंगे जो किसी भी जिले में सर्वाधिक हैं। राज्यसभा चुनाव के लिए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी, पूर्व विधायक डॉ राधामोहन दास अग्रवाल, राज्यसभा सदस्य सुरेन्द्र सिंह नागर, बाबूराम निषाद, दर्शना सिंह, संगीता यादव, डॉ. के लक्ष्मण और मिथलेश कुमार ने पर्चा भरा। आठों प्रत्याशी प्रदेश कार्यालय से मुख्यमंत्री योगी के साथ करीब 11.30 बजे नामांकन करने विधानभवन पहुंचे थे। यूपी में एनडीए के 273 विधायक हैं। जबकि समाजवादी गठबंधन के पास 125 सदस्य हैं। एक राज्यसभा सदस्य को जिताने के लिए कम से कम 34 सदस्यों का समर्थन मिलना जरूरी है। उस हिसाब से देखें तो भाजपा 11 में से आठ सीटें आसानी से जीतने की स्थिति में है। जबकि सपा गठबंधन भी तीन सीटें आसानी से जीत सकता है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जावेद अली खान, राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी और पूर्व कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल का प्रत्याशी बनाया है।