बेगमपुल रैपिड स्टेशन लेने लगा आकार, मेरठ के बेगमपुल आरआरटीएस स्टेशन की डी-वॉल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। यह एक भूमिगत स्टेशन है, जिसमें ग्राउंड, कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म तीन लेवल होंगे। डी-वॉल का निर्माण कार्य पूरा होने के साथ स्टेशन का निर्माण अगले चरण में पहुंच गया है। स्टेशन की ऊपरी छत का निर्माण कार्य भी लगभग पूरा होने वाला है। नॉर्थ शाफ्ट की ओर से बेगमपुल स्टेशन तक टनल बनाने का जो कार्य चल रहा है उसके अंतर्गत सुदर्शन (टनल बोरिंग मशीन) को बेगमपुल स्टेशन में ही बनाई गई रिट्रीविंग शाफ्ट से बाहर निकाला जाएगा। इसके बाद इस रिट्रीविंग शाफ्ट की जगह को कवर करके स्टेशन की छत का निर्माण पूर्ण किया जाएगा। इसके अलावा कॉनकोर्स लेवल बनाने के लिए खुदाई का कार्य भी साथ-साथ जारी है और जल्द ही इस लेवल का निर्माण कार्य भी शुरू होगा। इस स्टेशन की लंबाई लगभग 246 मीटर, चौड़ाई लगभग 25 मीटर और स्टेशन की गहराई लगभग 22 मीटर होगी। मेरठ में बनाए जा रहे तीन भूमिगत स्टेशनों मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल में, बेगमपुल स्टेशन की गहराई सबसे ज्यादा होगी। स्टेशन में चार प्रवेश-निकास द्वार बनाए जाएंगे। पहला प्रवेश-निकास द्वार आबू लेन की ओर बनाया जाएगा। दूसरा लाल कुर्ती मार्केट को स्टेशन से जोड़ेगा। तीसरा द्वार ज़ीरो माइल से कनेक्ट होगा और चौथाज़ीरो माइल की दूसरी साइड को कनेक्ट करेगा। इस स्टेशन में मेरठ वासियों को मेरठ मेट्रो के साथ ही रीज़नल रैपिड ट्रेनों में सफर करने की भी सुविधा मिलेगी। द्वार पर यात्रियों की सुविधा के लिए तथा एक लेवल से दूसरे लेवल पर आने-जाने के लिए 16 एस्कलेटर्स लगाए जाएंगे। इसके साथ ही स्टेशन में लिफ्ट की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल पर यात्रियों के लिए सुरक्षा जांच किओस्क और टिकट काउंटर के अलावा प्लेटफार्म लेवल पर जाने के लिए एएफ़सी (ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन) गेट आदि होते हैं। इसके साथ ही यहां अन्य यात्री केंद्रित सुविधाएं जैसे आधुनिक सूचना डिस्प्ले बोर्ड स्टेशन के आसपास के प्रमुख स्थान दर्शाने वाले सिस्टम मैप, सीसीटीवी कैमरे, अग्निशामक प्रणाली और वॉशरूम आदि जैसी सुविधाएं शामिल होती है।