श्री सिद्धचक्र विधान में उमड़े जैन श्रद्धालू, मेरठ के सदर स्थित श्री 1008 भगवान पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर दुर्गाबाड़ी सदर में अतिशयकारी श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान में जैन श्रद्धालु उमड़ पड़े हैं। इस विशेष कार्यक्रम में सदर के सामाजिक कार्यकर्ता सीए डा. संजय जैन सभी श्रद्धालुजनों को सम्मानित करेंगे। मीडिया प्रभारी अजय जैन ने बताया कि 6 जुलाई से शुरू हुआ यह आयोजन 13 जुलाई तक चलेगा। समापन पर सीए डा. संजय जैन सभी श्रद्धालुओं को सम्मानित करेंगे। 6 जुलाई को श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान का शुभारम्भ हुआ। जैन समाज का यह पावन कार्यक्रम परंपरागत श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। सदर जैन समाज में इसको लेकर खासी श्रद्धा उत्साह व उल्लास का वातावरण है। उत्सव सरीखा माहौल है। शुक्रवार को भारी संख्या में श्रद्धालुजन शामिल हुए। इनमें अजय जैन के परिवार के अलावा अन्य परिवार भी शामिल रहे। इससे पूर्व 22वे तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ का मोक्ष कल्याणक निर्वाण लड्डू समर्पित, मांडले की स्थापना कर उस पर पंचमेरू, अष्ट प्रातिहार्य और अखंड ज्योत की स्थापना, देव शास्त्र गुरु की पूजा व श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान की पूजा, मांडले पर अर्घ आदि विधान हो चुके। इस अतिशय कारी विधान में पुरुषों व महिलाओं ने बडे ही भक्ति भाव से अजय जैन परिवार के साथसभी धार्मिक क्रियाओं को संपूर्ण किया। यह विधान लगातार 8 दिनों तक चलेगा। समापन वाले दिन 1024 अर्घ चढाए जाएंगे। श्री 1008 भगवान पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर दुर्गाबाड़ी सदर में आयोजित इस धार्मिक आयोजन की अद्भुत छटा देखते ही बनताी थी। इसमें शामिल होने के लिए भक्ति भावना लिए जैन समाज से श्रद्धालुजन जिसमें महिला पुरूष सभी शामिल रहे वो पहुंचे थे। पूरे विधि विधान से जैन पंथ या कहें समाज की यह पूजा अर्चना जिसे अतिशयकारी श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान भी कहतें हैं, का आयोजन किया गया। जैन समाज का बहुत ही पवित्र आयोजन होता है। इसमें किस प्रकार से आयोजन के दौरान मंदिर में व्यवस्था रहती है किस प्रकार से पूजा विधान किया जाता है जिसको जैन समाज अतिशयकारी श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान कहता है उसकी जानकारी दी।