ऋषभ के चुनाव में देरी से नाराजगी, मेरठ के छावनी वेस्ट एंड रोड मंदिर मार्ग स्थित ऋभष एकाडेमी के चुनाव कराए जाने में हो रही देरी से जैन समाज में जबरदस्त नारजगी है। हाईकोर्ट के आदेश और शासन के निर्देश के बादवजूद समय पर चुनाव न कराए जाने या फिर इनमें हो रही देरी की वजह से डिप्टी रजिस्ट्रार सोसाइटी की मंशा पर भी अब जैन समाज सवाल उठा रहा है। समाज के लोगों का मानना है कि चुनाव में की जा रही देरी के कारण केवल डिप्टी रजिस्ट्रार की मंशा पर ही सवाल नहीं उठ रहे हैं, बल्कि प्रदेश की योगी सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेस की नीति में पलीता लगाने का प्रयास भी इसको माना जा रहा है। सदर जैन समाज के लोगों का कहना है कि बगैर किसी देरी के ऋषभ के चुनाव कराए जाएं, अन्यथा इसको लेकर की जा रही देरी की शिकायत सीधे सीएम योगी से की जाएगी। 24 अप्रैल 2021 को हाईकोर्ट ने ऋषभ एकाडेमी के चुनाव के आदेश देते हुए एसडीएम व डिप्टी रजिस्ट्रार को दायित्व सौपा है। डिप्टी रजिस्ट्रार सदस्यों की सूची मुहैय्या कराएंगे। 13 अप्रैल को सभी सदस्यों की सूची का प्रकाशन कराया जा चुका है। कोर्ट के 7 अप्रैल के आदेश के बाद 26 अप्रैल को संस्था श्री पार्ग्व जिनेन्द्र शिक्षा परिषद का नवीनीकरण भी कर दिया गया है। सूची को मान्यता दिए जाने के बाद ही डिप्टी रजिस्ट्रार ने सदस्यों की सूची का प्रकाशन कराया है। फिर ऐसा क्या कारण है जो चुनाव के लिए एसडीएम को सूची उपलब्ध नहीं करायी जा रही है। जबकि हाईकोर्ट ने चुनाव कराए जाने के लिए तिथि मुकर्र की है। जो तिथि हाईकार्ट ने तय की है, वह भी निकल गयी है। तिथि निकल जाने के बाद ही डिप्टी रजिस्ट्रार की मंशा पर जैन समाज के तमाम लोग सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि चुनाव कराकर प्रबंध समिति का गठन किया जाना बेहद जरूरी है। क्योंकि यह ऋषभ एकाडेमी के बच्चों के भविष्य से भी जुड़ा सवाल है।पूर्व सचिव के जेल जाने से पहले जो घपले घोटाले हुए हैं, वो बेपर्दा हों।