मेरठ टापू में हुआ तब्दील, गर्मी से राहत मेरठ में आफत, मेरठ में मंगलवार की तड़के शुरू हुई बारिश ने गर्मी व उमस से तो राहत दे दी, लेकिन मेरठ वासियों के लिए बारिश आफत साबित हो रही है। पूरा महानगर टापू में तब्दील हो गया है। वहीं दूसरी ओर इस बारिश ने महानगर के नालों की सफाई को लेकर नगर निगम मेरठ के अफसरों के दावों की भी पोल खोल कर रख दी है। बारिश के बाद बरपा हो रही आफत पर भाजपा नेताओं ने भी नाराजगी जताए हुए निगम अफसरों को दफ्तरों से निकलकर शहर की हालात देखने की नसीहत तक दे डाली है। सामाजिक कार्यकर्ता विपुल सिंहल ने बताया कि पूरे महानगर की बात तो छोड़ दीजिये जनाव बारिश ने वीआईपी सिविल लाइन इलाके को भी टापू में तब्दील कर दिया है। शहर को कोई हिस्सा ऐसा नहीं जहां पानी ना भरा हो। लोगों के मंगलवार के दिन की शुरूआत अमंगलकारी हुई। सुबह सवेरे उठकर बजाए नाश्ता बनाने के परिवार की महिलाएं घर में भर पानी उलीचती देखी गयीं। चाराें ओर गंदगी का मंजर नजर आया। उमस से बेहाल मेरठ पर मानसून मेहरबान हो गया। सुबह कुछ हिस्सों में तेज बारिश की शुरुआत हुई जिसने कुछ ही देर में पूरे शहर को कवर कर लिया। इसके बाद पूरे शहर में भारी बारिश हुई। पुलिस लाइन में चल रहा दीक्षांत समारोह भारी बारिश से प्रभावित हुआ, ग्राउंड में पानी भर गया। करीब एक घंटे तक मेरठ के अधिकांश हिस्सों में झमाझम बारिश होती रही। 30 जून को मानसून की दस्तक के बाद मेरठ में 13 दिनों में पहली बार भारी एवं व्यापक बारिश दर्ज की गई है। हालांकि, विभिन्न मौसम वेबसाइट और विश्लेषकों के अनुमान को मंगलवार की बारिश ने धो दिया। विश्लेषकों का अगले कुछ दिनों तक अच्छी बारिश नहीं होने का अनुमान था। सुबह दस बजे तक मेरठ में 40 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है। बारिश से शहर के पुराने इलाके जलमग्न हो गए लेकिन इस बारिश से भीषण गर्मी एवं उमस से राहत मिली है। (बीके गुप्ता)