कैँट बोर्ड सील करेगा बंगला 22बी, आखिर वही हुआ जिसकी आशंका जतायी जा रही थी। मेरठ छावनी के बाउंड्री रोड स्थित बंगला 22बी को एक बार फिर से सील किया जाएगा। हालांकि कैंट बोर्ड के कागजों में 22बी पहले ही सील है। यह बात अलग है कि सील होते हुए भी यहां बार, होटल व रेस्टोरेंट बना लिया गया। इसको ट्रेड लाइसेंस तक जारी कर दिया गया। इन तमाम बातों को लेकर गाज भी गिरी है। सेनेट्री सेक्शन के इंस्पेकटर अभिषेक गंगवार की बलि चढ़ाते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा इंजीनियरिंग सेक्शन के एई और जेई पर एक-एक माह की सेलरी पेनेल्टी लगायी गयी है। लेकिन सबसे बड़ा फैसला जो बंगला 22 बी के मालिकान को झटका देने वाला साबित होगा वो है इस बंगले पर एक बार फिर से सील लगाए जाने के आदेश बुधवार को हुई कैँट बोर्ड की बैठक में जारी कर दिए जाना। कैंट बोर्ड की बैठक बुधवार को छावनी परिषद सभागार में अध्यक्ष ब्रिगेडियर राजीव कुमारकी अध्यक्षता में हुई। इसमें सीईओ कैंट ज्योति कुमार के अलावा मनोनीत सदस्य डा. सतीश शर्मा व बोर्ड के दूसरे फौजी अफसर भी मौजूद रहे। दरअसल डायरेक्टर मध्य कमान डीएन यादव के दौरे के बाद जिस प्रकार की आशंकाएं कार्रवाई के नाम पर व्यक्त की जा रही थीं, वैसा तो कुछ नहीं किया गया है। हां कार्रवाई की यदि बात की जाए तो बंगला 22बी के नाम पर सेनेट्री इंस्पेक्टर अभिषेक गंगावार पर गाज गिरी है, उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। इनके अलावा इंजीनियरिंग सेक्शन के एई व जेई पर वन मंथ सेलरी पेनेल्टी के आदेश दिए गए हैं। बड़ी कार्रवाई के नाम पर संविदा ठेका निरस्त कर दिय गया है। यह भी तय किया गया है कि जब तक डोर टू डोर की वैकल्पिक व्यवस्था हो, तब तक कैंट बोर्ड स्टाफ से ही काम चलाया जाएगा। आउटसोर्स ठेके के मामले में भी कार्रवाई की बात मानी जा रही थी, सो ठेका निरस्त कर दिया गया है। इससे संविदा कर्मचारी खासे प्रसन्न बताए जा रहे हैं।