पायल ने की महादेव की पूजा, समाज के दबे कुचलों की आवाज और सामाजिक कामों में हमेशा आगे रहने वाली गरीबों की मददगार पायल राहुल जैन का बरेली पहुंचने पर जोरदर स्वागत किया गया। दरअसल पायल का मायका बरेली में है। उन्होंने बताया कि वह बचपन से ही भगवान भोलेनाथ की अनन्य भक्त हैं। बरेली स्थित महादेव के त्रिवटीनाथ मंदिर को लेकर उनमें अटूट आस्था है। इस मंदिर में पहुंचकर वह खुद को महादेव के करीब पाती हैं। उन्हें ऐसा लगता हे मानों महादेव शिव से उनका साक्षात्कार हो रहा है। पायल राहुल जैन दो दिन पूर्व मेरठ से अपने पुत्र पवित्र को लेकर बरेली के लिए निकली थीं। जहां पहुंचने पर उनका सभी ने गरमजोशी से स्वागत किया। इस दौरान वह अपने बचपन के सभी संगी साथियों व अन्य शुभचिंतकों से मिलीं। सभी की कुशलक्षेम जानी साथ ही जिनकी जो भी जरूरत थी उसको भी पूरा करने का प्रयास किया। लेकिन पायल का मुख्य कार्य अभी बाकि था। वह कार्य बरेली के त्रिवटीनाथ मंदिर में जाकर पूरा हुआ। मंदिर पहुंचने पर पुजारी दिनेश पंड़ित ने भी पायल का स्वागत किया। यहां पायल ने रोटेरियन स्वाभिमान का बैनर महादेव को समर्पित किया। दरअसल रोटरी क्लब स्वाभिमान का अधिष्ठापन 25 जुलाई को होना है। पायल ने बताया कि अधिष्ठापन से पूर्व वह महादेव शिव का आशिर्वाद लेने के लिए बरेली गयी थीं। उन्होंने बताया कि स्फटिक शिवलिंग बिराजमान हैं। जिन्हें सुरक्षा कारणों से सात तालों में रखा जाता है। पायल व उनके पुत्र पवित्र काफी देर तक मंदिर परिसर में रहे। पूजा अर्चना की। साथ ही उन्होंने अध्यात्मक व धर्म पर पुजारी जी से काफी देर तक चर्चा भी की। कांवड़ यात्रा के दौरान पायल लोगों की मदद में भी पीछे नहीं। वह तमाम कांवड़ शिविरों से संपर्क कर उनके जरूरत के बारे में भी पूछ रही हैं। जहां कहीं भी किसी सामान की आवश्यता होती है, पायल वह सामान पहुंचा रही हैं। उनका कहना है कि इससे उन्हें आत्मिक शांति मिलती है। जरूरतमंदों की मदद कर उन्हें प्रभु से साक्षात्कार का मौका मिलता है।