ताकि सलामत रहें बेटियां..,बालिकाओं के प्रति यौन उत्पीड़न पर लगाम कसने के लिए योगी सरकार ने सराहनीय पहल की है। अब कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में बालिकाओं को यौन शिक्षा देने के साथ ही गुड टच व बैड टच के बारे में भी बताया जाएगा। जैसे जैसे हमारा समाज विकसित हो रहा है, वैसे वैसे ही में मनुष्य की आपराधिक भावना भी बढ़ रही है। बच्चों के प्रति बढ़ते अपराध का मुख्य कारण बच्चों में जागरूकता की कमी होती हैं। माता-पिता अपना कर्तव्य केवल अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा, खाना-पीना, कपड़े पहनना, बड़ों का सम्मान करना और अच्छे संस्कार देने तक सीमित मानते हैं। लेकिन वर्तमान समय में बच्चों को यौन शिक्षा देने के साथ ही उन्हें स्कूलों में गुड बैड टच के बारे में बताना भी एक जरुरी विषय है। इसी सोच के साथ बेसिक स्कूलों में बच्चों को गुड टच व बैड टच के बारे में बताया जाएगा। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में बालिकाओं को मीना मंच के तहत सबकुछ अच्छी शिक्षा के साथ-साथ अच्छे और बुरे स्पर्श के बारे में भी बताया जाएगा। बच्चों को बताया जाएगा क्या होते हैं प्राइवेट पार्ट्स फिलहाल मेरठ के 5 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में मीना मंच द्वारा यह प्रोग्राम चलाया भी जा रहा है, जहां पर बच्चों को उनकी शारीरिक संरचना के बारे में बताया जाएगा। यही नहीं बालिकाओं व बालकों को समझाया जाएगा कि हमारे शरीर में कई अंग ऐसे होते हैं जो सब को दिखते हैं, परंतु कुछ अंग ऐसे होते हैं जिन्हें सिर्फ और सिर्फ हम देख या छू सकते हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मेरठ योगेंद्र कुमार का कहना है कि मिशन शक्ति फेज 4 के अंतर्गत मीना मंच का गठन किया गया है। जिसके चलते मेरठ में अब तक 1072 परिषदीय विद्यालयों एवं 5 कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में गुड टच एवं बैड टच को लेकर बच्चों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। मीना मंच के अंतर्गत पॉक्सो एक्ट, बाल अधिकार, शिक्षा का अधिकार एवं गुड टच बैड टच की जानकारी दी जा रही है।