22बी से यारी-कमांडर के आदेश पर भारी, कैंट बोर्ड मेरठ के कुछ अफसरों की बाउंड्री रोड स्थित बंगला 22बी के मालिकों से यारी कमांडर के आदेशों पर भारी पड़ रही है। पूर्व में हुई कैंट बोर्ड की एक बैठक में कमांडर ने बंगला 22बी में चल रहे अवैध होटल व रेस्टोरेंट को सील करने के आदेश दिए थे, लेकिन सील किया जाना तो दूर की बात रही। कैंट बोर्ड प्रशासन के अफसरों ने उस ओर जाकर भी झांकना मुनासिब नहीं समझा। सुनने में आया है कि कमांडर के आदेश पर 22बी के अवैध होटल को सील करने के बचाव के कानूनी रास्तों पर सलाह दिए जाने का काम किया जा रहा है। मेरठ के बाउंड्री रोड स्थित बंगला 22बी के तमाम निर्माणों को अवैध मानते हुए हाईकोर्ट ने कैंट बोर्ड प्रशासन को वहां सील लगाए जाने के आदेश दिए थे। हैरानी इस बात की है कि फाइलों में 22बी पर सील लगा दी गयी थी, लेकिन इसके बाद भी वहां अवैध रूप से होटल बना दिया गया। यह होटल कोई एक दो दिन में नहीं बल्कि महीनों तक चले अवैध निर्माण के बाद तैयार हुआ। हाईकोंर्ट के ओदशों की अवमानना करते हुए केवल होटल बनाने की छूट ही नहीं दी गयी बल्कि होटल को ट्रेड लाइसेंस भी दे दिया गया। मामले की शिकायत रक्षा मंत्रालय से की गयी। रक्षा मंत्रालय के आदेश पर डायरेक्टर मध्य कमान डीएन यादव जांच को मेरठ पहुंचे। 22बी को लेकर तमाम शिकायतें सहीं पायी गयीं। कुछ के खिलाफ कार्रवाई भी की गयी। डीएन यादव के जाने के बाद हुई कैंट बोर्ड की बैठक में कमांडर ने इस अवैध होटल को सील किए जाने के आदेश दिए थे। लेकिन इतने दिन बीतने के बाद भी होटल सील नहीं किया गया। एक बात और इस होटल में सब एरिया मुख्यालय ने किसी भी आर्मी पर्सन के जाने पर सख्ती से रोक लगायी थी। इसको लेकर 22बी के बाहर वार्निंग के लिए बोर्ड भी लगाया था, मगर सब एरिया से ही 22बी को शराब बांटने के लाइसेंस जारी किए गए।