CCSU में इनोवेशन पर वर्कशाॅप, मेरठ के चौधरी चरणसिंह विश्वद्यिालय के सभागार बृहस्पतिभवन में स्टार्ट-अप सेल तथा इनक्यूवेशन सेंटर तथा समर्थन से सृजन प्राईवेट लिमिटिड, गुरूग्राम के संयुक्त तत्वाधान में एक फेकल्टी डेबलपमेंट कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में श्री शैलेन्द्र जायसवाल ने प्रभावशाली प्रस्तुति के माध्यम से विषय पर विस्तृत चर्चा की। आपने समस्याओं अवसर में बदलने के विविध उपाय बतायें। विरोधाभास को सुलझाकर एक उद्यमी सफलता के सोपान प्राप्त कर सकता है। डिजाइंनिंग के महत्व पर ’’ इनोवेशन’’ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए आपने बताया कि ’’ शॉकवेव्स’’ का प्रयोग करके सेब के गूदे को द्रव्य में परिवर्तित कर उसमें स्ट्रॉ डालकर पिया जाना सम्भव है। व्यापार के तीन मूूल भूत कारक है:-
1. मूल्य का सृजन
2. मूल्य को संचरित करना
3. मूल्य प्राप्त करना
आगामी सत्रों मे ’’सर्मथन से सृजन’’ गुरूग्राम की कम्पनी के निदेशक श्री आदितन्द्र जायसवाल ने ’’ओपन’ ओर ’’क्लोज’’ ’’ इनोवेशन के इतिहास की जानकारी देते हुए’’ओपन इनोवेशन’’ को बेहतर बताया। इसके लिये आपने ’’ पी0 एन्ड जी0’’ कम्पनी का दृष्टान्त देते हुए कहा कि ’’ओपन इनोवेशन’’ को अपनाने के पश्चात कम्पनी के उत्पादन में 60 प्रतिशत का इजाफा हुआ। आपने ’’टैक्नोलॉजी रैडीनेन्स लैबल’8 के 9 स्तरों मे से प्रत्येक स्तर पर अकादमिक संस्थान उद्योगपति और सरकार आदि सभी निवेशको की
भूमिका परिभाषित की। सामान पैक करने के लिये प्राकृतिक सामाग्री के उपयोग पर भी बल दिया। इस आयोजन में विश्वविद्यालय कैम्पस से 30 प्रतिभोगियों ने प्रतिभगिता की। इस आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका संरक्षिका प्रो0 संगीता शुक्ला (कुलपति), प्रो0 वाई विमाला, प्रो0 हरे कृष्णा श्री आदितन्द्र जायसवाल (डायरेक्टर, समर्थन से सृजन प्राइवेट लिमिटेड) प्रो0 जयमाला, प्रो0 अनुज कुमार , डा0 नीरज सिंघल, डा0 दीपशिख शर्मा, डा0 वन्दना आदि की रही। इस प्रोग्राम के सह-समन्वयक डा0 पंकज कुमार है जिन्होने कुशलतापूर्वक इस सम्पूर्ण आयोजन को कार्यान्वित किया। डा0 सविता मित्तल, इंजी0 अमरजीत सिंह, इंजी0 प्रवीन पवॉर आदि द्वारा सराहनीय सहयोग प्रदान किया गया। इसमें डा. पंकज कुमार का सहयोग भी उल्लेखनीय रहा है।