कमांडर व सीईओ के नाम पर उगाही, मेरठ कैंट बोर्ड के रेवेन्यू सेक्शन के एक कर्मचारी व कैंट बोर्ड की एक पूर्व दिवंगत महिला सदस्य के पुत्र ने कमांडर व सीईओ के नाम पर भारत सरकार की करोड़ों की कीमत की जमीन को पार्किंग के नाम पर खुर्दबुर्द करने की साजिश ही नहीं रची बल्कि बोर्ड के अध्यक्ष व कमांडर तथा सीईओ के नाम पर लाखों की उगाही भी कर डाली। लेकिन इस खेल का खुलासा शहर के कार शोरूम के मालिक ने कमांडर व सीईओ के समक्ष कर दिया। इस खुलासे के बाद कैंट बोर्ड से लेकर सब एरिया मुख्यालय तक हड़कंप मचा हुआ है क्योंकि इस बार भ्रष्टाचार की छींटे सीधे कमांडर व सीईओ के दामन पर फैंकने की शर्मनाक हरकत किसी अन्य ने नहीं बल्कि रेवेन्यू सेक्शन के स्टाफ व पूर्व महिला सदस्य पुत्र ने की है। मेरठ के सिविल लाइन इलाके में नगर निगम क्षेत्र में हीरा स्वीट्स प्रतिष्ठान है। इसकी ओपनिंग साइड कैंट इलाके में होती है। पार्किंग न होने की वजह से हीरा स्वीट्स के लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं हो पा रहा है। इसकी भनक जब बोर्ड के पूर्व पार्षद पुत्र व रेवेन्यू सेक्शन के कर्मचारी को मिली तो उन्होंने छावनी क्षेत्र में पड़ने वाली भारत सरकार/सेना की जमीन को ही सौदा करने की नापाक साजिश रच डाली। हीरा स्वीट्स के लिए पार्किंग का इंतजाम करने को भारत सरकार की रोड साइड की यह जगह खुर्दबुर्द करने की तैयारी थी। आरोप है कि इस काम के एवज में कमांडर व सीईओ के नाम पर लाखों की उगाही कर ली गयी। लेकिन आज प्रस्तावित बोर्ड बैठक से कुछ घंटे पहले ही कमांडर व सीईओ के संज्ञान में उनके नाम पर किए गए खेल का खुलासा कर दिया गया। दोनों बड़े अधिकारियों के नाम पर हुआ यह खुलासा विस्फोट से कम नहीं माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि यूपी की योगी सरकार ने जाम की समस्या को देखते हुए प्रदेश भर में रोड साइड पार्किंग पर रोक लगाई हुई है। उसके बाद भी यह कृत्य किया गया।