तो क्या टूट जाएगी 150 पुरानी परंपरा, नगर निगम प्रशासन की लापरवाही के चलते मेरठ में प्राचीन राम लीला के दौरान दिल्ली रोड झंड़ पीर पर होने वाले रावण दहन पर खतरा मंडराने लगा है। श्री रामलीला कमेटी पंजीकृत मेरठ पदाधिकारियों ने प्रेस वार्ता कर पूछा कि राम भक्तों की सरकार में निगम के अफसर किस प्रकार का कृत्य कर रहे हैं। इससे पहले रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक मनोज गुप्ता राधा गोविंद की अध्यक्षता में की गई। उन्होंने जानकारी दी कि बीते बीस सितंबर को नगरायुक्त को मैदान की बुरी दशा से अवगत करा दिया गया था। 5 अक्तूबर के कार्यक्रम की भी जानकारी दे दी गयी थी। वहां सफाई कराने का आग्रह किया गया था। नगर निगम की उदासीनता के चलते आज भी रामलीला मैदान दिल्ली रोड में जलभराव व कीचड़ की भरमार है। जलभराव व कीचड़ के कारण वहां पर मच्छरों की भरमार है, कूड़े के पहाड़ लगे हुए हैं। नगर आयुक्त को पानी निकलवाने, कीचड़ हटाने मिट्टी डलवाने, स्टेज की मरम्मत, बैरिकेडिंग, लाइट व डेन्स फॉकिंग के लिए अनुरोध किया गया था। 2 हफ्ते बीत जाने के बाद भी किसी प्रकार की व्यवस्था मैदान में नहीं की गई है। सफाई व्यवस्था ना हो पाने के कारण रामलीला मैदान दिल्ली रोड पर पिछले 150 वर्षों से अधिक समय से चली आ रही रावण दहन की परंपरा व दशहरे मेले के आयोजन पर इस बार खतरा मंडरा रहा है। विपुल सिंहल ने बताया कि कल शाम 4:00 बजे सफाई व्यवस्था देखकर विचार किया जाएगा। सफाई ना किए जाने की अवस्था में 4 अक्टूबर शाम 4:00 बजे बैठक कर पदाधिकारियों द्वारा पुनः मीटिंग कर रावण दहन व दशहरा मेले के कार्यक्रम स्थल पर निर्णय लिया जाएगा। इस सभा में अध्यक्ष मनोज गुप्ता राधा गोविंद मंडप, महामंत्री मनोज अग्रवाल खद्दर वाले, कोषाध्यक्ष योगेंद्र अग्रवाल बबलू, मुख्य संयोजक राकेश गर्ग, संयोजक उत्सव शर्मा, दशहरा मेला आयोजक राकेश शर्मा, विपुल सिंघल, विशाल बिंदल, अमित, उमाशंकर , सुभाष, राजेंद्र अग्रवाल प्लास्टिक, पंकज गोयल पार्षद उपस्थित रहे।