CMO साहब! अवैध है जीवन रक्षक, घर में बना दिया अवैध अस्पताल, मेरठ विकास प्राधिकरण के जोन सी-3 में अवैध निर्माण कर घर में अस्पताल बना दिया। आरोप है कि कुछ लोगों द्वारा शिकायत किए जाने के बाद भी एमडीए के जोनल अधिकारी व अवर अभियंता कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर लिसाड़ीगेट फ्लक पैलेस के समीप बन रहे अवैध कांप्लैक्स पर सील लगी होने के बाद भी अवैध निर्माण जारी है। लोगों ने जानकारी दी कि एमडीए के जोनल अधिकारी व अवर अभियंता को अवैध निर्माण की सूचना दी गयी है, लेकिन सेटिंग गेटिंग के खेल के चलते कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। अवैध निर्माण करने वाले एमडीए पर भारी पड़ रहे हैं। जोन सी-3 में बागपत रोड पर बनाया गया जीवन रक्षक हॉस्पिटल पूरी तरह से अवैध निर्माण है, लेकिन इसके बाद भी इसको संचालन किया जा रहा है। हास्पिटल बनने से पहले यह मकान किसी राजबीर यादव का हुआ करता था। उन्होंने इसका स्वरूप बदल दिया। लोगों ने जानकारी दी कि बाद में यह भवन सुनील कुमार व राधे श्याम ने किराए पर ले लिया। उन्होंने दो माह के भीतर यहां हास्पिटल का अवैध निर्माण कर डाला। आरोप है कि इस जोन के पूर्व अवर अभियंता संजीव महादेव शरण की छत्रछाया में यह अवैध निर्माण हूुआ। अब इस जोन में अवैध निर्माण रोकने की जिम्मेदारी जोनल अधिकारी अरूण शर्मा व अवर अभियंता महादेव शरण की है। वहीं दूसरी ओर लिसाडीगेट के पिलाखडी रोड फलक पैलेस इलाके में तो अवैध निर्माण करने वालों ने तमाम कायदे कानून ही ताक पर रख दिए हैं। यहां अवैध निर्माण कुछ दिन पहले एमडीए की लगायी गयी सील को तोड़कर किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि जोनल अधिकारी व अवर अभियंता को इसकी पूरी जानकारी है, लेकिन उसके बाद भी यहां अवैध निर्माण रोनने के लिए कोई कार्रवाई न किया जाना पूरे प्राधिकरण को कटघरे में खड़ा कर रहा है। इसके अलावा दिल्ली रोड पर रजवाडा मंडप बराबर वाले रास्ते से जाकर अवैध निर्माण करने वाले मेरठ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के लिए चुनौती बने हैं। खुलेआम अवैध निर्माण करने वालों के तेबरों से साफ है कि वो संदेश दे रहे हैं कि सेटिंग गेटिंग तगड़ी है। इसलिए इस जोन के जोनल अधिकारी या फिर अवर अभियंता भी उन पर हाथ नहीं डाल सकते। लोगों ने जानकारी दी कि यहां जोन के जोनल अधिकारी और अवर अभियंता आते तो हैं, उसके बाद अवैध निर्माण करने वालों से उनका हाथ मिलता है और फिर लौट जाते हैं। रजबाड़ा मंडप के पीछे चल रहे अवैध निर्माण ने एक बार फिर से जहां अवैध निर्माण करने वालों की दबंगई की पोल खोल दी है, वहीं दूसरी ओर एमडीए के कुछ जोनल अधिकारियों व अवर अभियंताओं के भ्रष्टाचार को भी पूरी तरह से उजागर कर रख दिया है।