बिजिलेंस के छापे से मचा हड़कंप, डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय सोसाइटी चिट फंड न्यू मोहनपुरी मेरठ में शुक्रवार को दोपहर बाद अचानक बिजिलेंस के छापे से हड़कंप मच गया। दरअसल डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय में काम के नाम पर दाम को लेकर अरसे से शिकायतें मिल रही थीं। कार्यालय में चल रही कारगुजारियों की शिकायत भाजपा के वरिष्ठ नेता व कैंट विधायक अमित अग्रवाल तक भी पहुंची तो काम के नाम पर दाम मांगने वाले डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय के अफसरों की खबर लेने के लिए बगैर किसी देरी के खुद कैंट विधायक वहां जा पहुंचे। जैसे ही वहां पर बिजिलेंस की टीम को देखा तो कार्यालय के स्टाफ में हड़कंप मचा गया। दरअसल पहले तो स्टाफ के लोग कुछ समझ नहीं पाए, बाद में उन्हें हकीकत की जानकारी हुई तो सिट्टीपिट्टी गुम हो गयी। भाजपा नेता ने बताया कि कार्यालय में काम के नाम पर लोगों से पैसे मांगे जा रहे थे। इसके अलावा संस्थाओं के रजिस्ट्रेशन व उनके चुनाव कराए जाने को लेकर भी धांधली की शिकायतें मिल रही थीं। इस संबंध में सीएम को भी जानकारी दी जाएगी। वहीं दूसरी ओर छापे की कार्रवाई के दौरान बिजिलेंस की टीम के अफसरों ने मौके से एक शख्स को भी दबोचा। दबोचे जाने के बाद वह बुरी तरह से घबरा गया। हालांकि देर शाम उसको छोड़ दिया गया। डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय की यदि बात की जाए तो इसको लेकर शासन को भी अनेक शिकायतें भेजी गयी हैं। इन शिकायतों की लंबी फेरिस्त है। शहर की अनेक संस्थाओं में चुनावी प्रक्रिया उनके पंजीकरण आदि को लेकर भी तमाम आरोप डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय पर लग रहे हैं। यह भी आरोप है कि जो शिकायतें यहां की जाती हैं उनमें बजाए समुचित जांच कर ज्यादातर मामलों को रफादफा करने का प्रयास किया जाता है। ऐसे तमाम मामले हैं जिसको लेकर यदि जांच करा दी जाए तो डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय के अधिकारियों पर शासन स्तर से कठोर कार्रवाई संभव है।