झूठी सूचना के लिए माना है कसूरवार,
-डिप्टी रजिस्ट्रार ने माना कसूरवार, बढ़ेगी मुश्किलें-
मेरठ। सदर दुगार्बाड़ी स्थित चार शताब्दी पुराने 1008 श्री पारसनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर को लेकर ऋषभ एकाडेमी के सचिव सीए डा. संजय जैन द्वारा की दी गई जानकारियों को संज्ञान लेने के बाद पेश किए गए साक्ष्यों के आधार पर अब डिप्टी रजिस्ट्रार ने मान लिया है कि जिन पर आरोप लगाए हैं उन्होंने मंदिर की प्रबंध समिति के चुनाव व अनंत चर्तुदशी के मौके निकाली गई शोभायात्रा से पहले जो पंच तय किए गए थे उनमें किसी कायदे कानून का पालन नहीं किया गया। सूत्रों की मानें तो डिप्टी रजिस्ट्रार ने अपनी रिपोर्ट में पुलिस से कार्रवाई की संस्तुति कर दी है। यदि सूत्रों की जानकारी सही है तो फिर इस मामले में अनिल बंटी समेत तमाम लोगों केी मुश्किलें बढ़ना तय मानी जा रही हैं। वहीं दूसरी ओर इस मामले को जैन समाज के समक्ष लाने वाले व एडीजी की मार्फत सीओ सदर से जांच कराने वाले डा. संजय जैन का कहना है कि मंदिर के चुनाव के नाम पर जैन समाज को जिस प्रकार से बरगलाने व तथ्यहीन सूचनाएं देने का काम किया गया है, ऐसा करने वाले समाज के कसूरवार हैं और इनका सच समाज के सामने आना ही चाहिए। मंदिर से पूरे सदर जैन समाज की भावनाएं जुड़ी हैं।
वहीं दूसरी ओर जानकारों की मानें तो मंदिर की प्रबंध समिति के चुनाव कराए जाने की जानकारी देने के लिए भेजे गए पत्र पर जिन-जिन के साइन हैं उन सभी के लिए कानूनी कार्रवाई तय मानी जा रही है। इस मामले में एफआईआर तय है तथा जो लोग पूर्व में जमानत पर बाहर हैं आशंका तो यहां तक जतायी जा रही है कि उनकी बेल भी कैसिंल होगी और वो दोबारा जेल के सीखचों के पीछे होंगे। दरअसल बेल सशर्त दी गयी है, लेकिन मंदिर के चुनाव के मामले में कोर्ट की शर्तों का उल्लंघन साफ बताया गया है। डिप्टी रजिस्ट्रार को भेजे गए, पत्र पर जिनके साइन पाए गए हैं उन सभी को पुलिस को भेजी गयी रिपोर्ट में कसूरवार मान लिया गया है। जिसके चलते आशंका जतायी जा रही है कि आने वाले दिन बेहद मुश्किल भरे जाने जा रहे हैं।