चंदे में गड़बड़ी का आरोप कमेटी को कोर्ट में घसीटा, मेरठ छावनी की राम लीला कमेटी के चंदे में गड़बड़ी के आरोपों के चलते कैंट बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष व भाजपा नेता दिनेश गोयल ने कमेटी के पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कमेटी कोर्ट में खींच लिया है। इतना ही नहीं उन्होंने प्रशासन ने इस बार राम लीला कमेटी के आयोजन की अनुमति देने का भी आग्रह किया है ताकि भगवान राम का नाम बदनाम करने वालों से राम लीला कमेटी को मुक्त किया जा सके। शुक्रवार को बुलायी प्रेस वार्ता में कैंट बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष दिनेश गोयल व सुप्रीमकोर्ट की सीनियर एडवोकेट राशि शर्मा ने राम लीला कमेटी के फोल्डर को मीडिया के सामने रखते हुए सवाल किया कि जितने भी फोटो इसमें नजर आ रहे हैं प्रति व्यक्ति पांच हजार रुपए या अधिक कुल रकम करीब एक करोड़। रामलीला आयोजन के दौरान मेला भी आयोजित कराया जाता है, उसके माध्यम से पांच साल में हुई कमाई का उन्होंने ब्योरा मांगा। राम लाला के दौरान तमाम प्रतिष्ठानों के प्रचार कराए जाते हैं उनके पट लगते हैं उससे होने वाली कमाई। जो उद्घाटन के लिए बुलाए जाते हैं उनसे मिलने वाली राशि तथा जो गेट लगवाए जाते हैं उन पर जो प्रचार किया जाता है उस रकम का भी हिसाब छावनी राम लीला कमेटी के आयोजकों से दिनेश गोयल व राशि शर्मा ने मांगा है। उन्होंने कहा कि ऐसा क्या कारण है जो मठाधीश आठ साल से छावनी राम लीला कमेटी का मोह नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने जानकारी दी कि मामले को लेकर एक मुकदमा कोर्ट में भी डाला गया है।