अवैध निर्माण ही नहीं अवैध खनन भी, मेरठ विकास प्राधिकरण के कुछ अफसरों की कारगुजारी भरी छत्र छाया में भूमाफिया केवल अवैध निर्माण ही नहीं कर रहे हैं, बल्कि धरती का सीने को लहुलुहान कर अवैध खनन भी कर रहे हैं। रात के अंधेरे में नहीं बल्कि दिन के उजाल में अवैध खनन जारी है। सूबे की याेगी सरकार ने जिन अफसरों को अवैध निर्माण और अवैध खनन करने वालों पर चाबुक चलाने की जिम्मेदारी है, वो पूरी तरह से नींद में नजर आते हैं। दिन रात अवैध खनन व अवैध कालोनियों को काटने का काम जारी है। न कोई कायदा ना कोई कानून भूमाफिया और उनके मददगार बने अधिकारियों को सिर्फ सिक्कों की खनक ही सुनी पड़ती है, ऐसा प्रतीत होता है। एनसीआर में हैं निर्माण पर रोक के आदेश:- दिल्ली एनसीआर में लोगों की सांसें छीनने पर उतारू प्रदूषण के चलते एनजीटी के निर्देश पर केंद्र सरकार ने एनसीआर के सभी राज्यों की सरकारों खासतौर से यूपी सरकार को दिल्ली से सटे सभी इलाकों में निर्माण कार्य रोकने के निर्देश दिए हैं। दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का मेरठ प्रमुख हिस्सा है, लेकिन जहां तक निर्माण कामों पर सरकार के रोक के आदेश की बात है तो उसको लेकर न तो निर्माण करने वाले गंभीर हैं और न ही निर्माण पर रोक के आदेशों को लागू करने की जिन अफसरों की जिम्मेदारी है वो गंभीर नजर आते हैं। जहां तक रैपिड प्रोजैक्ट का सवाल है तो प्रोजेक्ट की साइट पर काम कर रहे एनसीआरटीसी के अधिकारी तमाम मानकों का पालन करने के बाद ही प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। अवैध खनन से बुरा हाल:- मेरठ मे जितनी भी अवैध कालोनियां काटी जा रही हैं, वो सभी खेतों में काटी जा रही है, यह बात सिस्टम को चलाने वाले खासतौर से मेरठ विकास प्राधिकरण के अफसर भी अच्छी तरह जानते हैं। जिन खेतों में अवैध कालोनियां काटी जा रही हैं, उनमें गहरे गड़ढे हैं और इन गड़ढों को भरने के लिए ही तमाम भूमाफिया अवैध खनन करा रहे हैं। जहां भी अवैध कालोनी काटी जा रही है, वहां आसपास के खेतों ही मिट्टी का खनन कराया जा रहा है। अवैध कालोनियों के लिए भराव वाली मिट्टी का इंतमाम भी दूर पास से अवैध खनन कराकर ही किया जा रहा है। अवैध कालोनी के बदनाम इलाके:– मेरठ विकास प्राधिकरण के जिन जोन में अवैध कालोनी काटी जा रही है तथा जिन अवैध कालोनियों के लिए अवैध खनन भूमाफिया करा रहे हैं उनमें किला रोड पर खुद को भाजपा नेता बताने वाले सपा के एक पूर्व भूमाफिया प्रजापति व एक अन्य भूमाफिया जिसके खिलाफ थाना सिविल लाइन मे तहरीर भी दी गयी है तथा जिसने फूलबाग कालोनी एसके रोड पर अवैध कांप्लैक्स पर लगायी गयी एमडीए के सील को तोड़कर लैंटर तक डाल दिए हैं, उसके द्वारा भी अवैध कालोनी काटी जा रही हैं। भोला रोड पर पेपला गांव में खुद को भाजपा का रोहटा मंडल का पदाधिकारी बताने वाला एक अन्य भूमाफिया अवैध कालोनी काट रहा है। पेपला गांव के लोागें का कहना है कि इनकम टैक्स के अफसरों को इसकी संपत्ति की जांच करनी चाहिए। एमडीए के रूडकी रोड क्षेत्र में पड़ने वाले सोफीपुर में अवैध कालोनी काटने वाले दौराला के भूमाफिया ने तो नया तरीका ही इजाद कर डाला है। दरअसल इस भूमाफिया ने सोफीपुर लावड रोड पर हिन्दू शमशान के समीप एक खेत में अवैध मार्केट रामा कुंज के नाम से बनाया है। सुना जाता है कि अपने अवैध मार्केट को बचाने के लिए ही इस भूमाफिया ने कुछ अन्य भूमाफियाओं को इस इलाके में काम करने का न्यौता दिया। जिसके चलते अब पूरे लावड रोड पर अवैध कालोनियों की बाढ़ आ गयी है। केवल अवैध कालोनियां ही नहीं काटी जा रही हैं, जगह जगह अवैध निर्माण कर छोटे बड़े कांप्लैक्स भी बनवा दिए गए हैं। ऐसा नहीं कि जिन जोन का जिक्र किया गया है उनके जोनल अधिकारी व अवर अभियंता इन अवैध कालोनियों और अवैध निर्माणों से बेखबर हों, लेकिन जो हालात नजर आत हैं, उसके चलते लगता है कि एमडीए के अफसरों की हालत बिल्ली के गले में घंटी बांधने का साहस कौन करे सरीखी नजर आती है। शहर के तमाम भूमाफिया जो अवैध कालोनियां काटकर एमडीए प्रशासन को खुलेआम चुनाैती दे रहे हैं वो भूमाफिया फिलहाल तो एमडीए के सामने बिल्ली सराीखे नजर आते हैं जिनके गले में घंटी बांधने की बातें कही जाती हैं, लेकिन अभी ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है।