बेटी की हत्यारी मां को जमानत, शीना बोरा हत्या कांड- मुंबई के हाई प्रोफाइल सोसाइटी में ऑनर किलिंग का शायद यह पहला मामला था जिसने एक मां ने ही अपनी बेटी का कत्ल करवाकर शव को जंगलों में फेंकवा दिया था। आज भी यह मर्डर राज ही बना हुआ है। 2012 में इस हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। इस हाई प्रोफाइल मर्डर केस की सीबीआई ने भी जांच की, लेकिन यह केस आज भी अनसुलझा है। यह एक ऐसी मर्डर मिस्ट्री है, जिसका रहस्य आज तक सामने नहीं आया। हत्या की यह गुत्थी इतनी पेचीदी थी कि शुरू में शीना बोरा के शव को इंद्राणी मुखर्जी ने अपनी बहन का बताया था, लेकिन पुलिस पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह उसकी बेटी थी। इंद्राणी मुखर्जी ने दो शादी की थी। शीना बोरा उसके पहले पति की बेटी थी। ऑनर किलिंग का यह पहला मामला था जिसने मां बेटी के संबंधों को तार-तार कर दिया था। बेटी का कत्ल इसलिए करना पड़ा क्योंकि बेटी जिस लड़के से प्यार करती थी वो रिश्ते में उसका सौतेला भाई लगता था। जांच के दौरान एक-एक कर इतने नाटकीय घटनाक्रम सामने आए कि पूरा मामला किसी थ्रिलर फिल्म जैसा हो गया। शीना बोरा की हत्या के बाद हर किसी के मन में एक ही सवाल उठ रहा था कि आखिरकार एक मां ने अपनी बेटी की हत्या क्यों करवा दी। आइए हम आपको तारीख दर तारीख बताते हैं कि इस हाई प्रोफाइल केस में कब, कैसे और क्या हुआ। 2 मई 2012:- महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के जंगल में एक लड़की की अधजली लाश मिली थी। मुंबई पुलिस ने 21 अगस्त 2015 को श्याम मनोहर राय नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया। यह शख्स इंद्राणी मुखर्जी का ड्राइवर था उसने हत्याकांड में शामिल होने की बात स्वीकारा। इसी खुलासे के बाद मुंबई पुलिस ने इंद्राणी मुखर्जी को मुंबई में उसके घर से गिरफ्तार किया। इंद्राणी मुखर्जी अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार करती रही। मुंबई पुलिस ने जब श्याम मनोहर राय और उसका सामना कराया तो वो बेटी की हत्या करने की बात कबूल कर ली। हालांकि इंद्राणी काे अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिय है।