भाजपाइयों पर भारी निगम ठेकेदार, नगर निगम मेरठ के वार्ड सात के एकता नगर इलाके की सड़क बनाए जाने की मांग को लेकर नगर निगम में चीफ इंजीनियर से मिलने पहुंचे भाजपाइयों पर ठेकेदार व निगम अफसर भारी पड़े। हालात हंगामे की आग गयी। यदि भाजपाइयों ने संयम से काम न लिया होता तो निगम में शनिवार को अप्रिय हालात बन सकते थे। हुआ यूं की रूडकी रोड एकता नगर का जीटी रोड पुलिया से लेकर लावड रोड तक का रास्ता पैदल चलने लायक नहीं रह गया है। करीब एक करोड़ के कार्य का इसका टेंडर हो चुका है, लेकिन इसके बाद भी ठेकेदार काम शुरू करने के मूड में नहीं। यह काम भाजपा के तत्कालीन कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल के आग्रह पर पार्षद महेन्द्र भारती ने निगम से स्वीकृत कराया था। भाजपा पल्लवपुरम मंडल के दिनेश शर्मा ने बताया कि इसकी वजह से यहां के लोगों को मुसीबत उठानी पड़ रही हैं। निगम के पार्षद महेन्द्र भारती पर क्षेत्र की जनता प्रेशर बना रही है। इसी मामले को लेकर शनिवार को दिनेश शर्मा व भाजपा के कई नेता निगम पहुंचे। ये सभी चीफ इंजीनियर के कक्ष में पहुंच गए। तभी वहां ठेकेदार को भी बुला लिया गया। भाजपाइयों का आरोप है कि निगम अफसरों का रवैया बेहद हैरानी भरा था। बजाए लोगों की परेशानी सुनने के निगम के अफसर ठेकेदार की ही पैरवी करने में लगे थे। यह बात भाजपाइयों काे नागंवार गुजरी। उन्होंने मामले की शिकायत सीएम योगी को करने की बात कही। अफसरों के रवैये पर भाजपाइयों ने कड़ी आपत्ति की। वहां हालात हंगामी होने लगे। शोर शराबा होने पर पूरा आफिस चीफ के कमरे में जमा हो गय। वहीं ठेकेदार ने कहा कि जहां निर्माण होना है वहां अवैध कब्जे कर लिए गए हैं। वह निगम प्रशासन को लिखकर दे चुका है, लेकिन निगम प्रशासन अवैध कब्जे हटाने को तैयार नहीं है। ठेकेदार की इस बात पर अफसरों को सांप सूंघ गया। वह कुछ कहने की स्थिति में नहीं था। भाजपा नेता दिनेश शर्मा ने बताया कि पूरे मामले से सीएम को अवगत कराया गया है। इस मौके पर दिनेश शर्मा, जनार्दन शर्मा, वीरेन्द्र त्यागी, सत्यप्रकाश शर्मा, वेद प्रकाश त्यागी, सिंघल जी, रामनरेश, शिवम चौहान भी मौजूद रहे।