स्पा की आड़ में जिस्म फरोशी-बेगमपुल बदनाम, मेरठ
शहर समेत आसपास के बड़े कस्बों के बाजारों में पिछले चार-पांच साल से स्पा सेंटरों की आड़ में जिस्मफरोशी का धंधा तेजी से बढ़ गया है। ऐसा नहीं है कि इन अड्डों के बारे में पुलिस को खबर नहीं है, लेकिन ऊंची पहुंच वाले लोगों की आवाजाही के चलते इन पर कार्रवाई नहीं हो रही है। ऐसा ही एक स्पा लालकुर्ती थाना क्षेत्र के बेगमपुल इलाके में चल रहा है। हैरानी तो इस बात की है कि यह भाजपा नेता के एक व्यापारी नेता की बिल्डिंग में चल रहा है। लालकुर्ती पुलिस का इसको पूरा संरक्षण हासिल है। वहीं दूसरी ओर शहर के स्पा सेंटरों की बातें करें तो मसाज के नाम पर वहां खुलेआम जिस्म फरोशी करायी जा रही है। ऐसे में बड़ी संख्या में युवा इस जाल में फंस कर गलत राह पर जा रहे हैं। मुख्य सड़क व स्थानों पर ये स्पा सेंटर होने के बावजूद पुलिस की ओर से इन्हें नजरअंदाज करना, पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हैं।
जिस्म फरोशी के लिए डिप्लोमे की जरूरत नहीं-मसाज स्टॉफ पर कोई डिप्लाेमा नहीं
पता चला कि स्पा सेंटरों के संचालकों के पास किसी भी स्टाफ के मसाज के लिए प्रशिक्षित होने के डिप्लोमा नहीं है। इन सेंटरों का केवल श्रम विभाग की ओर से शॉप एक्ट के लाइसेंस के नाम पर संचालन किया जा रहा है। पड़ताल में यह भी तथ्य सामने आया कि यहां युवाओं को उत्तर पूर्वी राज्यों की युवतियों के आकर्षण में फांस कर बुलाया जाता है। स्पॉ सेंटर में लोगों को बॉडी मसाज के अलावा ऑन डिमांड दूसरी सेवाएं भी मुहैया कराई जाती हैं। लालकुर्ती के बेगमपुल इलाके के जिस स्पा सेंटर का यहां जिक्र किया जा रहा है उसमें मसाज सर्विस की जिस्म फरोशी करायी जा रही है। सामान्य मसाज के लिए कस्टमर से 1000 हजार रुपए चार्ज किए जाते हैं, लेकिन यह केवल दिखावे के लिए होता है। दूसरी सेवा के नाम पर एक घंटे के 1600, दो घंटे के 2200 और रात के लिए 4000 रुपए व अलग से चार्ज लेते हैं। पुलिस के नाक के नीचे चल रहे स्पा सेंटर अब कुटीर उद्योगों का रूप लेते जा रहे हैं। स्पॉ सेंटर और ऑयो होटल दोनों ही जिस्म फरोशी के ठिकाने बनकर रह गए हैं।