कैंट बोर्ड: बगैर बारिश डूबेगा लालकुर्ती इलाका, कैंट बोर्ड मेरठ अफसरों ने बगैर बारिश लालकुर्ती इलाका डूबोने का इंतजाम कर दिया है। यह आरोप लगाया है भाजपा नेता व आरटीआई एक्टिविस्ट पुनीत शर्मा ने। उन्होंने कैंट बोर्ड के रेवेन्यू सेक्शन के निरीक्षक हितेश पर लालकुर्ती बाउंड्री रोड के नाले नालियों को बेच देने और उन पर अवैध कब्जे कराने के आरोप भी लगाए गए हैं। आरटीआई एक्टिविस्ट ने इसकी जानकारी सीधे सीईओ कैंट बोर्ड ज्योति कुमार को देते हुए उन्हें पत्र लिखा है। कैंट बोर्ड अध्यक्ष व कमांडर राजीव कुमार को भी अन्य माध्यमों से लालकुर्ती में नाले नालियों को सौदा कर अवैध कब्जे कराने की जानकारी दी गयी है। आमतौर पर होता यह है कि जिन मामलों में लेनेदेन हो जाता है, उन मामलों में कैंट बोर्ड यह कहकर पल्ला झाड़ लेता है कि अब तो निर्माण हो चुका है, पहले बताते, लेकिन लालकुर्ती में नैय्यर संस के आगे जहां कब्जा कराया जा रहा है, वहां नीचे नाला बहता है। इस नाले को मिट्टी से पाट दिए जाने की जानकारी पत्र में देते हुए आरोप लगाया कि नय्यर संस की दुकानों के नीचे जाने वाले नाले को बंद करने के लिए लेनदेन करने के बाद सतनाम सिंह नय्यर व जसवीर सिंह नय्यर के परिवार ने बोर्ड की रेवेन्यू सेक्शन हेड किरन बाला को निजी लाभ पहुंचाया है। इसके चलते ही लालकुर्ती पैठ बाजार से मैट्रो प्लाजा की तरफ जाने वाले नाले को मिट्टी डालकर बन्द कर दिया गया। इससे बगैर बारिश के ही अब पूरे लालकुर्ती इलाके को डूबोने की तैयारी कर ली गयी है। जो पानी घरों से निकलेगा उसके आगे जाने का रास्ता बंद कर दिया गया है। सीईओ को यह भी बताया गया है कि यहां एक दो दिन में खोखे डलवा दिए जाएंगे। नाले नालियों पर कब्जे से पहले ही क्षेत्रवासी नरक भोग रहे हैं। अवैध कब्जों की वजह से नाले नालियों की सफाई नहीं हो पाती, गंदगी खुली सड़कों पर बहती है। यह कारगुजारी पीएम मोदी के स्वच्छ भारत अभियान व भ्रष्टाचार पर जीरो टाॅलरेंस नीति को पलीता सरीखा है। बड़ा सवाल क्या कैंट बोर्ड अध्यक्ष बोर्ड बैठक में इसका संज्ञान लेंगे।