CCSU-में ठांय-ठांय,
ताकि रूतबा रहे कायम-तीन घायल
मेरठ स्थित चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय कैंपस गुरूवार सरेशाम अचानक फायरिंग की आवाज से गूंज उठा। गोलियां चलने से कैंपस में दहशत व्याप्त हो गयी। वहां भगदड़ मच गयी। लेकिन इससे भी बड़ी और हैरानी वाली खबर यह है कि सीसीएसयू प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी दोनों ही फायरिंग की घटना से इंकार करते रहे, जबकि दूसरी ओर जानकारों ने बताया कि बाइक सवार बाहरी युवकों ने कैंपस स्थित केपी हॉस्टल के बाहर आकर अचानक फायरिंग कर दी। फायरिंग के चलते एक छात्र को गोली लगने की भी बात कही जा रही है। घायल को गढ़ रोड स्थिति किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराने की बात भी सुनने में आयी है, हालांकि इसकी पुष्टि किसी ने नहीं की है। इस संबंध में पुलिस का सिर्फ इतना भर कहना है कि सूचना मिली थी, लेकिन वहां पड़ताल की गयी। सूचना की किसी ने पुष्टि नहीं की है। वहीं दूसरी ओर सुरक्षा की जहां तक बात है तो जो भी सुरक्षा पर सवाल उठाता है उसको पुलिस वाले उठा ले जाते हैं। एक छात्र के साथ पहले ऐसा हो भी चुका है। वहीं दूसरी ओर केपी हॉस्टल के बाहर फायरिंग की वारदात को लेकर जब सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी से जानकारी की गयी तो उन्होंने अनभिा
सुरक्षा की खुली पोल
सीसीएसयू कैंपस के सुरक्षा के नाम पर भारी भरकम इंतजाम का दावा विश्वविद्यालय प्रशासन बार-बार करता है, लेकिन सुरक्षा कैसे की जा रही है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आए दिन फायरिंग की घटनाएं हो रही हैं। वहीं दूसरी ओर फायरिंग की वारदातों की बात करें तो न्यू ईयर ईव पर हॉस्टल में रहने वाले छात्रों के दो गुटों में जबरदस्त भिड़त हुई थी। उस घटना के बाद भी दो बार कैंपस में फायरिंग हो चुकी हैं।
हर माह लाखों का खर्च
विश्वविद्यालय की सुरक्षा के नाम पर जो इंतजाम किए गए हैं, बताया जाता है कि उस पर हर माह लाखों का खर्चा किया जाता है। सुरक्षा के नाम पर किए जाने वाले इंतजामों पर किए जाने वाले खर्च पर कोई पहली बार सवाल नहीं उठाए जा रहे हैं। पहले भी इसको लेकर सवाल उठाए जा चुके हैं।
ये घायल-इन पर मुकदमा
फायरिंग की घटना में हॉस्टल में रहने वाला छात्र शिवम, जिशान व हर्ष त्यागी घायल हुए हैं। जबकि वरूण सिरोही, अक्षय बैसला, सिद्धार्थ गुजर, प्रवीण पंड़ित, शिवम मावी के खिलाफ थाना मेडिकल में तहरीर दी गयी है। तहरीर के आधार पर ही फायरिंग करने वालों पर मुकदमा लिखा गया है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि हर्ष त्यागी व जिशान हॉस्टल में रहने वाले शिवम के साथ उसके हॉस्टल तक गए थे। कैंपस में जहां मंदिर हैं वहां पहले से मौजूद उक्त आरोपियों ने उन्हें रोक लिया। पहले गाली गलौच और बाद में फायरिंग शुरू कर दी गयी।
दरोगा व सिपाही टीपीनगर थाना में आपस में उलझे – मेरठ के टीपीनगर थाना के एक चौकी इंचार्ज और सिपाही आपस में भिड़ गए। बताया जाता है कि अकारण ही किसी शख्स को पीटने को लेकर सिपाही ने चौकी इंचार्ज का विरोध किया। चौकी इंचार्ज को उनके इस कृत्य को लेकर नसीहत भी दी गयी। इस बात से चौकी इंचार्ज बुरी तरह से उखड़ गए और मामला एडीजी तक पहुंच गया। चौकी इंचार्ज चाहते थे कि सिपाही के खिलाफ सस्पेंड की कार्रवाई हो। बात जब एडीजी तक जा पहुंची तो तहकीकात भी होनी जरूरी थी और हुई थी। इस बीच पूरी घटना को लेकर एक वीडियो सामने आ गया। बताया जाता है कि जब वीडियो सामने आया तो उसके बाद चौकी इंचार्ज बैकफुट पर आ गए। हालांकि अधिकारिक रूप से इस मामले में किसी के खिलाफ कार्रवाई जैसी कोई बात नहीं पता चली है।
सरेआम फायरिंग करने वाले पर मुकदमा-लाइसेंस निरस्त
मेरठ। लिसाड़ीगेट थाना क्षेत्र के पीएम शर्मा रोड पर प्रोपर्टी डीलर पर कथित फायरिंग व गाड़ी में डालकर ले जाने के मामले में फायरिंग करने वालों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उनके शस्त्र का लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति की जा चुकी है। यह पूरा मामला करीब डेढ करोड के लेनदेन को लेकर बताया जा रहा है। जिसके चलते कुलदीप शर्मा व दो अन्य को रमन नाम का शख्स फायरिंग के बाद गाड़ी में डालकर ले गया था। बाद में कुलदीप शर्मा व उनके साथी एसएसपी से भी मिलने को पहुंचे थे। ।